Move to Jagran APP

कार्रवाई के बाद बैकफुट पर आए चैंपियन, विधायक सहित दो पर फिर गाज

विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन की पार्टी सदस्यता तीन महीने के लिए निलंबित करने के बाद भाजपा ने अब विधायक राजकुमार ठुकराल और दायित्वधारी भगतराम कोठारी पर अनुशासन का डंडा चलाया।

By BhanuEdited By: Published: Mon, 24 Jun 2019 09:54 AM (IST)Updated: Mon, 24 Jun 2019 08:10 PM (IST)
कार्रवाई के बाद बैकफुट पर आए चैंपियन, विधायक सहित दो पर फिर गाज
कार्रवाई के बाद बैकफुट पर आए चैंपियन, विधायक सहित दो पर फिर गाज

देहरादून, राज्य ब्यूरो। भाजपा अब अनुशासनहीनता करने वाले पार्टी नेताओं को रियायत देने के कतई मूड में नहीं है। कई विवादों में घिरे पार्टी विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन की पार्टी सदस्यता तीन महीने के लिए निलंबित करने के बाद अब भाजपा ने एक अन्य विधायक राजकुमार ठुकराल और एक दायित्वधारी भगतराम कोठारी पर अनुशासन का डंडा चलाया। 

loksabha election banner

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल और दायित्वधारी भगतराम कोठारी के मध्य विवाद के मामले में कोठारी को नोटिस जारी करते हुए तीन माह के लिए उनके सार्वजनिक कार्यक्रमों में जाने पर रोक लगा दी है। हालांकि सरकार ने उन्हें जो दायित्व दिया है, वह फिलहाल बरकरार रहेगा। उधर, रुद्रपुर के विधायक राजकुमार ठुकराल को किच्छा टोल बैरियर पर हंगामे के मामले में पार्टी ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। 

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने बताया कि केंद्रीय मंत्री की मौजूदगी में विधानसभा अध्यक्ष व दायित्वधारी कोठारी के बीच विवाद के मामले में अभी उनके पास किसी की भी ओर से लिखित शिकायत प्राप्त नहीं हुई है। इसके बावजूद समाचार पत्रों में छपे समाचार तथा वीडियो के आधार पर कार्रवाई की गई है। 

उन्होंने कहा कि दायित्वधारी भगतराम कोठारी के विरुद्ध कार्रवाई तीन महीने के लिए की गई है। इस दौरान उन्हें पार्टी के किसी भी कार्यक्रम में शामिल नहीं किया जाएगा। साथ ही, उन्हें हिदायत दी गई है कि वह विधानसभा अध्यक्ष को लेकर कोई टिप्पणी न करें। 

कोठारी को दस दिन में नोटिस का जवाब देने को कहा गया है। अगर कोठारी का जवाब संतोषजनक नहीं रहता तो उन पर रोक की अवधि बढ़ाई भी जा सकती है। यदि उसका सही जवाब नहीं मिलेगा, तो उन्हें दायित्व से भी मुक्त कर दिया जाएगा। भट्ट ने कहा कि रुद्रपुर विधायक राजकुमार ठुकराल को नोटिस देकर दस दिन के भीतर जवाब देने के लिए कहा गया है। 

उन्होंने कहा कि भाजपा अनुशासित पार्टी है। यहां अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसी के चलते इन मामलों को पार्टी ने गंभीरता से लिया है। ये थे मामले केंद्रीय मंत्री के समक्ष विवाद केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत 13 जून को कृषि के क्षेत्र में नमामि गंगे योजना के तहत हो रहे कार्यों का निरीक्षण करने ऋषिकेश पहुंचे थे। 

चंद्रभागा पुल के पास केंद्रीय मंत्री से कार्यकर्ताओं के परिचय को लेकर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल और गन्ना व चीनी विकास बोर्ड के अध्यक्ष भगतराम कोठारी के बीच विवाद हो गया था। दोनों के बीच सड़क पर ही अमर्यादित भाषा का प्रयोग हुआ था। 

टोल बैरियर पर हंगामा 

लगभग दस दिन पूर्व ऊधमसिंह नगर जिले के अंतर्गत किच्छा टोल बैरियर पर विवाद के बाद शनिवार को रुद्रपुर विधायक राजकुमार ठुकराल और उनके समर्थकों ने टोल बैरियर पर हंगामा किया और इसे बंद करवा दिया। इस दौरान बैरियर पर तोड़फोड़ भी हुई। 

रुद्रपुर विधायक राजकुमार ठुकराल को नोटिस के संबंध में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने कहा कि समाचार पत्रों और सोशल मीडिया पर आई वीडियो क्लीपिंग के आधार पर पार्टी ने इस मामले का स्वत: संज्ञान लिया है।

भाजपा के कड़े रुख से बैकफुट पर विधायक चैंपियन

खानपुर से भाजपा विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन को तीन माह के लिए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित किए जाने के फैसले के बाद विधायक चैंपियन अब बचाव की मुद्रा में आ गए हैं। 

सोशल मीडिया पर उनका एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वह कह रहे हैं कि पार्टी माता के समान है और वह उसके निर्णय को स्वीकार करते हैं। साथ ही उन्होंने फैसले को एक पक्षीय बताया और कहा कि उनका पक्ष भी लिया जाना चाहिए था। वह पार्टी के पास जाएंगे और उन्हें विश्वास है कि इंसाफ मिलेगा।

भाजपा की स्वर्गाश्रम में हुई प्रदेश कार्यसमिति की बैठक से पूर्व शनिवार को पार्टी ने विधायक चैंपियन के प्रति कड़ा रुख अपनाया। उन्हें तीन माह के लिए पार्टी की सदस्यता से निलंबित करने के साथ ही नोटिस भी जारी किया गया है। इसका उन्हें 10 दिन के भीतर जवाब देना है। भाजपा के इस निर्णय के बाद सभी की निगाहें विधायक चैंपियन पर टिकी हुई थीं। इस बीच रविवार को सोशल मीडिया पर उनका वीडियो वायरल हुआ।

वीडियो में विधायक चैंपियन कह रहे हैं कि पार्टी के निर्णय का वह स्वागत करते हैं। पार्टी माता के समान है। कभी गलती होती है तो माता सजा देती है। मैं इसे स्वीकार करता हूं। उन्होंने यह भी कहा कि यह एक पक्षीय निर्णय है। उनका मत लेना चाहिए था। 

उन्होंने कहा कि वह पार्टी के पास जाएंगे। अपना मत रखेंगे और खुद के साथ हुई नाइंसाइफी के बारे में बताएंगे। विधायक चैंपियन ने कहा कि वह भाजपा के अनुशासित सिपाही हैं और पार्टी के निर्णय के साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि मेरी बात सुनी जाएगी और इंसाफ मिलेगा।

यह भी पढ़ें: पत्रकारों से दुर्व्यवहार करने पर भाजपा ने विधायक प्रणव चैंपियन को किया निलंबित 

यह भी पढ़ें: मौजूदा परिस्थियों में जनसंख्या नियंत्रण कानून की आवश्यकता: साध्वी प्रज्ञा

यह भी पढ़ें: 24 जून से शुरू होगा उत्तराखंड विधानसभा का सत्र, विधायकों ने लगाए 721 सवाल

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.