कोरोना संक्रमण के बाद अब बढ़े डायरिया और डिहाइड्रेशन के मरीज, जान लें बचाव के तरीके
मौसम की तपिश बढ़ते ही डायरिया डिहाइड्रेशन जल जनित रोगों के मरीज बढ़े हैं। रोजाना बड़ी संख्या में मरीज अस्पताल पहुंच रहे। इसके अलावा चर्म रोग के भी कई ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, देहरादून। मौसम की तपिश बढ़ते ही डायरिया, डिहाइड्रेशन , जल जनित रोगों के मरीज बढ़े हैं। रोजाना बड़ी संख्या में मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं। इसके अलावा चर्म रोग के भी कई मरीज अस्पतालों में पहुंच रहे हैं। भीषण गर्मी में जरा सी भी लापरवाही लोगों की सेहत पर भारी पड़ रही है। अस्पतालों में आ रहे मरीजों में उल्टी, दस्त, पीलिया, गले में संक्रमण, चेस्ट संक्रमण से पीड़ित मरीजों की संख्या अधिक है। बासी भोजन और दूषित पानी के कारण भी लोगों का स्वास्थ्य गड़बड़ा रहा है। ऐसे में निजी व सरकारी अस्पतालों में एकाएक मरीजों की तादाद बढ़ गई है।
दून मेडिकल कालेज चिकित्सालय के चिकित्सा अधीक्षक डा. केसी पंत का कहना है कि गर्मी के मौसम में होने वाली अधिकाश बीमारियां संक्रामक होती हैं। इसलिए इनसे बचने के लिए सावधानी बरतने की जरुरत है। उन्होंने बताया कि अत्याधिक गर्मी के कारण इस वक्त डायरिया, डीहाइड्रेशन, जल जनित रोगों से पीड़ित काफी ज्यादा मरीज आ रहे हैं।
बचाव के तरीके
-कड़ी धूप में बाहर निकलने से बचें।
-सुबह-शाम ही घूमें।
-दोपहर में निकलें तो सिर और कान को कपड़े से ढक लें।
-धूप में छाते-टोपी का इस्तेमाल करें।
-सफर में खूब पानी पिएं, ध्यान रहे पानी प्रदूषित न हो।
-नमक-चीनी का घोल साथ रखें और बीच-बीच में सेवन करें।
-यात्रा में खाने-पीने का समय सही रखें।
-तरल पेय व फल अधिक लें।
पानी का अधिक इस्तेमाल
वरिष्ठ फिजीशियन डा. प्रवीण पंवार बताते हैं कि डायरिया में बेहतर होगा कि ठोस आहार जैसे रोटी, दाल, चावल खाने की बजाय तरल चीजों का सेवन ज्यादा किया जाए। कम तेल-मसाले वाली सब्जिया खाई जाएं। एक साथ पेट भरकर खाना खाने की जगह थोड़ा-थोड़ा करके कई बार खाएं। दही-छाछ में भुना हुआ जीरा-हींग और काला नमक डाल कर उसका सेवन करें। इससे पाचन क्षमता सही रहेगी। आम का पना और नींबू पानी भी ले सकते हैं। इसमें मौजूद विटामिन-सी आतों को स्वस्थ रखने में मदद करता है। रात में भारी खाना कतई नहीं खाएं। हो सके तो सूप और जूस पिएं। कटे हुए फलों में संक्रमण का खतरा रहता है। ताजे फल-सब्जी को धोकर ही खाएं।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।