बहुचर्चित दारोगा भर्ती घोटाला, सीबीआइ कोर्ट में डीजीपी के बयान हुए दर्ज
बहुचर्चित दारोगा भर्ती घोटाले में सीबीआइ कोर्ट में पुलिस महानिदेशक अनिल कुमार रतूड़ी के बयान दर्ज हुए।
देहरादून, जेएनएन। उत्तराखंड के बहुचर्चित दारोगा भर्ती घोटाले में सीबीआइ कोर्ट में पुलिस महानिदेशक अनिल कुमार रतूड़ी के बयान दर्ज हुए। करीब 16 साल बाद पुलिस के शीर्ष अधिकारी के बयान दर्ज होने से अब इस मामले में न्याय की उम्मीदें की जा रही हैं। इस प्रकरण में सीबीआइ 54 में से 36 गवाहों के बयान दर्ज करा चुके हैं। इससे अब फैसला जल्द आने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।
राज्य में 2002-03 में पहली बार 253 दारोगाओं की भर्ती हुई थी। भर्ती में गड़बड़ी पर मामले की विभागीय जांच कराई गई। साथ ही सरकार ने पूरे मामले की जांच सीबीआइ को सौंपी गई। सीबीआइ तब से इस मामले की जांच कर रही है। सीबीआइ ने 2014 में पूर्व डीजीपी पीडी रतूड़ी और एडीजी राकेश मित्तल समेत अन्य के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की गई थी। इसमें करीब सात छात्रों के खिलाफ सात से 100 अंक बढ़ाने की पुष्टि जांच में हुई थी। चार्जशीट दाखिल होने के बाद प्रकरण ट्रायल पर चल रहा है।
इस बीच सीबीआइ प्रकरण से जुड़े लोगों की गवाही कराने में जुटी है। इसमें भर्ती के दौरान डीआइजी कार्मिक रहे वर्तमान डीजीपी अनिल रतूड़ी को भी गवाह बनाया गया था। इस पर सीबीआइ कोर्ट से उनको कुछ दिन पहले ही गवाही की सूचना मिली थी। इस पर डीजीपी रतूड़ी दो दिन से सीबीआइ कोर्ट में प्रकरण पर गवाही दे रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि डीजीपी अनिल रतूड़ी की गवाही प्रकरण में महत्वपूर्ण मानी जाएगी। अभी रतूड़ी के बयान शनिवार और सोमवार को भी दर्ज होंगे। सीबीआइ के अभियोजक अभिषेक अरोड़ा का कहना है इस मामले में 36 लोगों की गवाही हो चुकी है। अभी कुछ और के बयान दर्ज होने हैं। उम्मीद है कि जल्द प्रकरण में फैसला आ जाएगा।
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