अब चेहरा ही होगा बोर्डिंग पास, बिना आइडी के एयरपोर्ट पर मिलेगी एंट्री
देहरादून एयरपोर्ट पर डीजी यात्रा एप का ट्रायल शुरू हो गया है। अब यात्री बिना आइडी दिखाए चेहरे की पहचान से एयरपोर्ट में प्रवेश कर सकेंगे। इस एप में पंजीकरण के बाद चेहरा ही बोर्डिंग पास का काम करेगा जिससे यात्रियों का समय बचेगा और प्रक्रिया सरल हो जाएगी। यह सुविधा हवाई अड्डों पर कागज रहित और तेज़ अनुभव प्रदान करने के लिए है।

संवाद सहयोगी जागरण डोईवाला (देहरादून)। देहरादून एयरपोर्ट पर बुधवार से डिजी यात्रा एप के जरिये यात्रियों की एंट्री का ट्रायल शुरू हो गया है। जिससे यात्रियों का चेहरा देखकर ही उनकी अब एयरपोर्ट मे एंट्री आसानी से हो जाएगी। जिससे यात्रियों को समय बचेगा बुधवार को एयर इंडिया फ्लाइट की यात्रियों से इसका ट्रायल शुरू किया गया।
एयरपोर्ट के संयुक्त महाप्रबंधक नितिन कादयान ने बताया कि बुधवार से इसका ट्रायल शुरू कर दिया गया है। कुछ समय तक ट्रायल करने के बाद मंत्रालय स्तर से तिथि मिलने पर इसे विधिवत रूप से इसका उद्घाटन कर इसे नियमित रूप से लागू किया जाएगा। इस अवसर पर कार्यवाहक निदेशक दीपक चमोली, एयरपोर्ट मैनेजर वैभव बंसल, विपिन यादव, केसी श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।
डिजी यात्रा कैसे काम करता है?
- डिजी यात्रा एक ऐसा एप है जो भारतीय हवाई अड्डों पर यात्रियों को कागज-रहित और तेज़ अनुभव प्रदान करने के लिए चेहरे की पहचान तकनीक फेशियल रिकग्निशन सिस्टम (एफआरएस) का उपयोग करता है।
- इस एप में, यात्री पंजीकरण करते हैं, अपना आधार लिंक करते हैं, और एक सेल्फी लेते हैं ताकि उनकी पहचान सत्यापित हो सके।
- फिर, वे अपनी उड़ान के बोर्डिंग पास को एप में अपलोड करते हैं।
- एयरपोर्ट पर प्रवेश करते समय, यात्री को बस एक डिजी यात्रा गेट पर अपना चेहरा दिखाना होता है।
- चेहरे की पहचान तकनीक स्वचालित रूप से बोर्डिंग पास और पहचान को सत्यापित कर देती है, जिससे लंबी कतारों और बार-बार आइडी दिखाने की ज़रूरत खत्म हो जाती है।
हवाई अड्डे पर क्या प्रक्रिया है?
- आपको बोर्डिंग पास में बारकोड या एंट्री प्वाइंट ई-गेट पर ई-टिकट में स्कैन करना होगा।
- क्यूआर कोड या बारकोड को स्कैन करने के बाद, सिस्टम यात्री और उड़ान विवरण को वेरिफाई करेगा।
- एफआरएस यात्री की पहचान और यात्रा दस्तावेजों को वेरिफाई करेगा।
- डिजी यात्रा आइडी और टिकट को सफलतापूर्वक वेरिफाई करने के बाद ई-गेट खुलेगा।
- टिकट पीएनआर के साथ आपका चेहरा पूरे हवाई अड्डे की यात्रा के लिए एक ही टोकन में बदल जाता है।
- जिसके बाद यात्री को सुरक्षा क्षेत्र और उड़ान तक एक्सेस दी जाएगी।
- एफआरएस का उपयोग करके ई-गेट के माध्यम से बोर्डिंग किया जाता है।
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