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    उत्‍तराखंड में बारिश और नमी बढ़ा रही डेंगू व कोरोना का खतरा, पढ़ें लेटेस्‍ट अपडेट

    देहरादून में बारिश के बाद डेंगू और कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार डेंगू के 4 और कोरोना के 3 नए मामले सामने आए हैं। चिकित्सा अधिकारी ने लोगों से सफाई रखने और पानी जमा न होने देने की अपील की है। कोरोना से बचाव के लिए मास्क पहनने और शारीरिक दूरी बनाए रखने की सलाह दी गई है।

    By Sukant mamgain Edited By: Nirmala Bohra Updated: Thu, 10 Jul 2025 01:51 PM (IST)
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    डेंगू के चार, कोरोना के तीन नए मामले. Concept Photo

    जागरण संवाददाता, देहरादून। दून में लगातार हो रही बारिश और वातावरण में बढ़ती नमी डेंगू और कोरोना संक्रमण के लिए अनुकूल वातावरण तैयार कर रही है। बुधवार को डेंगू के चार, जबकि कोरोना के तीन मामले सामने आए हैं।

    स्वास्थ्य विभाग के अनुसार अब तक डेंगू संभावित 9978 मरीजों की जांच की गई है, जिनमें 168 मामलों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। इनमें 87 देहरादून निवासी हैं, जबकि 81 मरीज अन्य जिलों व राज्य से हैं। वर्तमान में जिले में डेंगू के 15 सक्रिय मामले हैं। इनमें 9 मरीज श्रीमहंत इंदिरेश अस्पताल, तीन हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट, दो दून मेडिकल कालेज अस्पताल व एक ग्राफिक एरा अस्पताल में भर्ती हैं।

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    मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि बारिश के कारण रुके हुए पानी में एडीज एजिप्टी मच्छर अंडे देते हैं और नमी उनकी वृद्धि के लिए उपयुक्त वातावरण बनाती है। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि अपने घर और आसपास सफाई रखें, पानी जमा न होने दें तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें।

    बुधवार को स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने 10597 घरों का सर्वे किया गया, जिसमें 175 स्थानों पर डेंगू फैलाने वाले मच्छर का लार्वा मिला। इसके अलावा 76497 कंटेनरों की जांच में 253 में लार्वा पाया गया जिसे मौके पर ही नष्ट किया गया।

    कोरोना भी बनी चुनौती

    डेंगू के साथ-साथ कोरोना संक्रमण भी धीरे-धीरे पांव पसार रहा है। बुधवार को भी जिले में कोविड-19 के तीन नए मामले दर्ज किए गए हैं। जिले में अब तक कुल 94 कोरोना संक्रमित मरीज सामने आ चुके हैं, जिनमें 79 स्थानीय व 15 बाहरी लोग हैं। वर्तमान में पांट सक्रिय मरीज हैं, जिनमें एक एम्स ऋषिकेश में भर्ती है और चार होम आइसोलेशन में हैं।

    विशेषज्ञों का मानना है कि बरसात और नमी के चलते वायरस अधिक समय तक सक्रिय रहते हैं, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। उन्होंने कोविड प्रोटोकाल का पालन करने की अपील की है। कहा है कि मास्क का प्रयोग, शारीरिक दूरी बनाए रखना और हाथों की नियमित साफ-सफाई पर ध्यान दें।