उत्तरांचल प्रधानाचार्य परिषद की मांग, प्रभारी प्रधानाचार्यों को पदोन्नत कर रखा जाए यथावत
उत्तरांचल प्रधानाचार्य परिषद के प्रतिनिधि मंडल ने विधानसभा अध्यक्ष से मुलाकात कर अशासकीय विद्यालयों में कार्यरत प्रभारी प्रधानाचार्यों को पदोन्नत कर य ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। उत्तरांचल प्रधानाचार्य परिषद के प्रतिनिधि मंडल ने विधानसभा अध्यक्ष से मुलाकात कर अशासकीय विद्यालयों में कार्यरत प्रभारी प्रधानाचार्यों को पदोन्नत कर यथावत रखने की मांग की। शनिवार को वीरभद्र मार्ग स्थित कैंप कार्यालय में उत्तरांचल प्रधानाचार्य परिषद के प्रतिनिधि मंडल ने विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल से मुलाकात की।
श्री भरत मंदिर इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य गोविंद सिंह रावत ने बताया कि प्रदेश के मान्यता प्राप्त अशासकीय विद्यालयों में कार्यरत वरिष्ठ प्रवक्ता विद्यालयों में प्रभारी प्रधानाचार्य का उत्तरदायित्व निर्वहन कर रहे हैं। राज्य सरकार के शासनादेश के अनुसार ऐसे सभी प्रभारी प्रधानाचार्यों को अपने मौलिक प्रवक्ता पद पर प्रत्यावर्तित किया जा रहा है। प्रतिनिधि मंडल ने उत्तराखंड राज्य के अशासकीय विद्यालयों में कार्यरत सभी प्रभारी प्रधानाचार्य को पदोन्नत कर प्रधानाचार्य के पदों पर यथावत रखने की मांग की।
विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने प्रतिनिधि मंडल को उनकी मांगों के संबंध में मुख्यमंत्री को पत्र लिखने व उनकी मांगों पर सकारात्मक कार्रवाई कराने का आश्वासन दिया। मुलाकात करने वालों में पंजाब सिंध क्षेत्र इंटर कॉलेज के प्रभारी प्रधानाचार्य ललित किशोर शर्मा, एसडीएम इंटर कॉलेज रायवाला के प्रभारी प्रधानाचार्य राम प्रसाद नैथानी आदि मौजूद थे।
स्कूलों को ऑनलाइन माध्यम से जोड़ने पर मंथन
यूनिसेड एवं राष्ट्रीय समग्र शिक्षा अभियान उत्तराखंड के सहयोग से राज्य स्तरीय एस्ट्रोनॉमी वेबिनार आयोजित किया गया। वेबिनार में सरकारी स्कूलों को ऑनलाइन माध्यम से जोड़ने पर मंथन हुआ। इस दौरान अपर निदेशक राज्य परियोजना डॉ. मकुल कुमार सती ने कहा कि कोरोनाकाल में इस दिशा में शुरुआत कर दी गई है। इसके लिए छात्रों को ई-कंटेंट मुहैया कराया जाएगा। कोरोना महामारी के मुश्किल दौर में ऑनलाइन माध्यम का महत्व कई गुना बढ़ा है। इसमें सरकारी स्कूल भी शामिल हैं। आज सरकारी स्कूलों में ऑनलाइन कक्षाएं व विद्या एप माध्यम से छात्रों को जोड़ा गया है। इसमें सफलता भी मिल रही है। इसे और प्रोत्साहित करने की जरूरत है। राष्ट्रीय आविष्कार अभियान (शिक्षा मंत्रलय) के राष्ट्रीय सलाहकार अवनीश त्रिपाठी ने नवाचार के महत्व पर प्रकाश डाला। इसरो के विज्ञानी एनआर शंकर राम अंतरिक्षीय धूलरचना को समझाया।

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