Zila Panchayat Elections: अस्थल सीट पर दिलचस्प मुकाबला, भाजपा और निर्दलीय के बीच घमासान; कांग्रेस खाली हाथ
देहरादून के रायपुर ब्लॉक में अस्थल जिला पंचायत सीट पर भाजपा और निर्दलीय प्रत्याशी के बीच कड़ा मुकाबला है। भाजपा अपने उम्मीदवार को जिताने के लिए पुरजोर कोशिश कर रही है जबकि निर्दलीय उम्मीदवार भी मतदाताओं से संपर्क कर रहे हैं। क्षेत्र में सड़क पानी और बिजली जैसी बुनियादी सुविधाओं का मुद्दा छाया हुआ है। कांग्रेस की अनुपस्थिति से मुकाबला और भी दिलचस्प हो गया है।

जागरण संवाददाता, देहरादून जिला पंचायत की अस्थल सीट पर भाजपा समर्थित व निर्दलीय प्रत्याशी के बीच प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। भाजपा संगठन अपने प्रत्याशी को विजय बनाने के लिए दिन-रात जुटा हैं। जबकि निर्दलीय प्रत्याशी भी दमखम के साथ क्षेत्र में जनसंपर्क कर अपनी ताकत का अहसास करा रहे हैं। कांग्रेस यहां भी मैदान से गायब है। वहीं क्षेत्रवासियों भी सड़क, पानी, बिजली, यातायात जैसी बुनियादी सुविधाओं को लेकर प्रत्याशियों से भरोसा मांग रहे है।
विकासखंड रायपुर की जिला पंचायत सीट अस्थल चर्चाओं में है। इसका कारण है कि यहां दूसरी बार भाजपा ने निवर्तमान पंचायत सदस्य वीर सिंह चौहान पर भरोसा जताते हुए दूसरी बार मैदान में ऊतारा है। वहीं पहली बार चुनावी राजनीति में भविष्य अजमा रहे हर्षवर्धन सिंह नेगी ने अस्थल की चुनावी जंग को रोमांचक बना दिया है। नेगी घर-घर गांव-गांव संपर्क कर लोगों से संपर्क कर रहे हैं।
-विकासखंड रायपुर की अस्थल सीट पर भाजपा की शाख दांव पर
वहीं अस्थल सीट पर कांग्रेस खाली हाथ है। पार्टी की ओर से कोई समर्थित प्रत्याशी मैदान में न होने के कारण भाजपा व निर्दलीय के बीच पूरी जंग सीमट गई है। वहीं भाजपा प्रत्याशी को विजय बनाने के लिए कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी व संगठन पदाधिकारियों ने पूरी ताकत झोंक रखी है।
दरअसल, अस्थल सीट में 23 ग्राम पंचायतों का विस्तृत क्षेत्र शामिल है। अस्थल में मैदानी व पहाड़ी दोनों की तरह के इलाके शामिल है। वहीं वोटर की संख्या की बात करें तो करीब 10,500 मतदाता अस्थल में इस बार प्रत्याशियों के भविष्य तय करेंगे।
क्यारा व लोहारी गढ़ में यातायात के साधनों की परेशानी
अस्थल सीट में ग्राम पंचायतों की संख्या 23 हैं। ऐसे में गांवों के अंदर जर्जर सड़क प्रत्याशी के लिए समस्या बन रही है। क्यारा व लोहारीगढ़ में सार्वजनिक यातायात की सुविधाएं न होने से लगातार लोगों की परेशानी बढ़ हुई हैं। वहीं दर्जनभर गांवों में पेयजल व बिजली की आपूर्ति को लेकर ग्रामीणों को दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं।
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