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    Dehradun Sports College Ragging: प्रवेश के बाद से ही सीनियर्स कर रहे थे शोषण, खामोश रहे जिम्मेदार

    Updated: Thu, 26 Jun 2025 08:42 PM (IST)

    देहरादून के महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज में आठवीं कक्षा के छात्र के साथ रैगिंग का मामला सामने आया है, जिसके बाद चार छात्रों को निलंबित किया गया। पीड़ित छात्र के पिता ने कॉलेज पर मामला दबाने का आरोप लगाते हुए बेटे को वहां न पढ़ाने का फैसला किया है, क्योंकि पहले भी ऐसी घटनाएं हुई थीं। कॉलेज प्रधानाचार्य ने छात्र को कमजोर बताया और कहा कि एंटी-रैगिंग कमेटी जांच कर रही है। कॉलेज छात्र की काउंसलिंग और सुरक्षा सुनिश्चित करने का प्रयास करेगा।  

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    महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कालेज में रैगिंग का मामला। जागरण आर्काइव

    जागरण संवाददाता, देहरादून। महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कालेज में आठवीं कक्षा के छात्र के साथ रैगिंग का मामला सामने आने के बाद चार आरोपित छात्रों को निलंबित कर दिया है। इसके बावजूद पीड़ित छात्र के पिता ने स्पष्ट किया है कि वे अपने बेटे को इस कालेज में आगे पढ़ाने के लिए तैयार नहीं हैं। उनका कहना है कि कालेज प्रबंधन लगातार मामले को दबाने की कोशिश कर रहा है।

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    पीड़ित छात्र के पिता ने बताया कि एक साल पहले भी सीनियर छात्रों ने उनके बेटे के साथ आपत्तिजनक हरकत की थी। उन्होंने कालेज के कोच पंकज रावत से शिकायत की थी। छात्र के कालेज में दाखिले के बाद से ही सीनियर्स उसका शोषण कर रहे थे। एक साल पहले की गई शिकायत के बाद कोच ने आरोपित छात्रों के माता-पिता को बुलाकर मामले को सुलझाने की कोशिश की थी।

    उस समय आरोपित छात्र ने माफी मांग ली थी और मामला समाप्त हो गया था। लेकिन कुछ समय बाद फिर से सीनियर्स ने उक्त छात्र की पिटाई शुरू कर दी। वे उसे काम करने के लिए मजबूर करते और पैसे की मांग भी करते थे। यदि छात्र उनकी बात नहीं मानता तो उसे कमरे से बाहर निकालने की धमकी दी जाती थी। कालेज प्रबंधन की चुप्पी और कार्रवाई की कमी पर सवाल उठते हैं। यदि कालेज प्रबंधन समय पर सख्त कदम उठाता तो शायद इस छात्र का भविष्य खराब होने से बच सकता था। महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कालेज में घटनाओं को दबाने की प्रवृत्ति कब तक जारी रहेगी, यह एक गंभीर प्रश्न है।

    कालेज प्रबंधन ने कहा, कमजोर है छात्र

    कालेज के प्रधानाचार्य राजेश ममगाईं ने कहा कि पीड़ित छात्र कमजोर है और वह 2400 मीटर की दौड़ भी पूरी नहीं कर पाता। 30 मार्च को कालेज के शिक्षकों के साथ हुई अभिभावक मीटिंग में छात्र के पिता को उसके प्रदर्शन के बारे में बताया गया था। प्रधानाचार्य ने कहा कि कालेज की एंटी-रैगिंग कमेटी मामले की जांच कर रही है, जिसमें उप-प्रधानाचार्य, खेल प्रभारी और कोच शामिल हैं। जांच पूरी होने के बाद स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।

    छात्र को पढ़ाने के लिए काउंसलिंग कराएगा कालेज

    प्रधानाचार्य ने यह कहा कि छात्र का पंजीकरण आसानी से रद नहीं किया जाएगा। कालेज छात्र को पढ़ाने के लिए हरसंभव प्रयास करेगा और उसकी काउंसलिंग कराई जाएगी। अभिभावकों को भी विश्वास दिलाया जाएगा कि छात्र को पूरी सुरक्षा और सुविधा के साथ हास्टल में रखा जाएगा।

    पिथौरागढ़, हल्द्वानी और हरिद्वार के हैं आरोपित छात्र

    रैगिंग करने वाले आरोपित छात्र पिथौरागढ़, हल्द्वानी और हरिद्वार के रहने वाले हैं। इनमें से एक छात्र 12वीं कक्षा का है, जबकि अन्य 9वीं और 8वीं कक्षा के छात्र हैं। कालेज प्रबंधन ने शुक्रवार को सभी आरोपित छात्रों के माता-पिता को कालेज बुलवाया है, जहां उनकी शिकायतों पर चर्चा की जाएगी। इस मामले ने कालेज में रैगिंग की गंभीरता को उजागर किया है और यह आवश्यक है कि कालेज प्रबंधन इस पर सख्त कदम उठाए।