देहरादून में भारी बारिश ने मचाई तबाही, बिंदाल किनारे मकान जमींदोज; मसूरी मार्ग हुआ क्षतिग्रस्त
देहरादून में भारी बारिश ने तबाही मचाई बिंदाल नदी उफान पर है। कारगी ग्रांट में दो मकान ध्वस्त हो गए जबकि किरसाली में एक इमारत खाली कराई गई। मालसी में सड़क का हिस्सा बह गया। शहर में कई जगह जलभराव की स्थिति बनी हुई है। प्रशासन और पुलिस अलर्ट पर हैं और राहत कार्य जारी है।

जागरण संवाददाता, देहरादून। प्रदेशभर में शनिवार देर शाम से शुरू हुई मूसलाधार बारिश ने राजधानी देहरादून में कहर बरपाया। बिंदाल नदी का उफान, पहाड़ियों से मलबा, ढहते मकान और दरकती सड़कें हर ओर आफत रहा। सबसे ज्यादा असर किरसाली, कारगी ग्रांट, मालसी और सहस्रधारा रोड क्षेत्र में देखने को मिला। जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमों ने कई इलाकों में राहत-बचाव कार्य चलाकर दर्जनों परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया।
बिंदाल नदी के रौद्र रूप ने कारगी ग्रांट में भारी तबाही मचाई। रविवार तड़के करीब चार बजे नदी के तेज बहाव में दो मकान ढह गए। सौभाग्य से कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन आस-पास के मकानों में बड़ी दरारें आ गईं। प्रशासन और पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और प्रभावितों को राहत कैंपों में शिफ्ट कराया गया।
एसएसपी अजय सिंह ने खुद राहत कार्यों की निगरानी की और पुलिस व फायर सर्विस को सतर्क रहने के निर्देश दिए। कारगीग्रांट निवासी शाहिद अंसारी और शहीद इद्रिशी के मकान नदी की चपेट में आकर ढह गए। शाहिद ने बताया कि तेज आवाज सुनकर वे परिवार सहित समय रहते बाहर आ गए। मकान ढहने से राशन, कपड़े और जरूरी सामान बह गया। फिलहाल प्रभावित परिवारों ने पड़ोसियों के घरों में शरण ली है।
किरसाली चौक के पास पुश्ता ढहने से चार मंजिला इमारत खाली कराई
शनिवार रात से जारी बारिश ने किरसाली चौक स्थित नागल हेलीपैड के पास जमकर तबाही मचाई। सुबह करीब छह बजे भारी जलभराव से एक चार मंजिला इमारत से सटा पुश्ता ढह गया। स्थिति को भांपते हुए प्रशासन ने इमारत को फौरन खाली कराया। पड़ोस की एक अन्य इमारत भी क्षतिग्रस्त हो गई। स्थानीय निवासी जीतू ने बताया कि कॉलोनी में ड्रेनेज की भारी कमी है, जिससे पानी सीधे घरों में घुस आया। मौके पर पहुंची नगर निगम टीम ने जेसीबी के जरिए मलबा हटाया और अस्थायी नाली बनाकर जल निकासी की व्यवस्था की।
मालसी में सड़क का हिस्सा बहा, दून चिड़ियाघर बंद
मालसी स्थित दून जू के पास सड़क से सटे पुश्ते के ढह जाने से सड़क का एक हिस्सा बह गया। पुलिस ने तत्काल पहुंचकर भारी वाहनों की आवाजाही रोक दी और मसूरी जाने वाले पर्यटकों को वैकल्पिक मार्गों से जाने की सलाह दी। एहतियात के तौर पर दून जू को भी अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया।
बडोवाला के प्लाट बने तालाब, नाली न होने से आफत
शिमला बाईपास से सटे बडोवाला क्षेत्र में बारिश के चलते खाली प्लाट तालाब में तब्दील हो गए। नालियों की कमी के चलते बारिश का पानी घरों में घुस गया। नगर निगम की टीम मौके पर पहुंची और जल निकासी के उपाय शुरू किए।
बारिश के बीच कौलागढ़ में अवैध खनन जारी
कौलागढ़ के बाजावाला में बारिश के बीच सुबह-सुबह ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के जरिए अवैध खनन होता देखा गया। भारी बारिश के चलते नदी में जमा बजरी को निकाला जा रहा था। स्थानीय लोगों ने इसका वीडियो बनाकर प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है।
सड़कें टूटीं, फुटपाथ बहे, शहर में जलभराव
मसूरी रोड का फुटपाथ बारिश में बह गया, जिससे राहगीरों के लिए खतरा बढ़ गया है। सहस्त्रधारा रोड, गांधी रोड, जोहड़ी गांव और मसूरी बाईपास क्षेत्र की सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं हैं। कई जगह जलभराव और सड़क पर फैली बजरी से आवागमन में दिक्कत हो रही है। बिजली की लाइन डालने को लेकर खोदी गई सड़कों पर बने गड्ढों से दुर्घटना का खतरा बना हुआ है। हरिद्वार बाईपास, कारगी ग्रांट, काठबंगला और अन्य निचले इलाकों में भी जलभराव की स्थिति बनी रही।
प्रशासन अलर्ट मोड पर, हर स्थिति पर नजर
मौसम विभाग द्वारा जारी रेड अलर्ट के बाद पुलिस और प्रशासनिक अमला पूरी तरह सतर्क है। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि हर संवेदनशील क्षेत्र की निगरानी की जा रही है और आपदा से निपटने को टीमें अलर्ट मोड पर हैं।
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