Dehradun News: सितंबर में मानसून ने दिखाया सितम... रिकॉर्ड बारिश ने थामे दून के कदम
देहरादून में भारी बारिश और बादल फटने से कई क्षेत्रों में तबाही मची है। सहस्रधारा में एक ही दिन में रिकॉर्ड 264 मिमी बारिश हुई। मालदेवता और ऋषिकेश में भी बादल फटने की सूचना है। भारी बारिश के कारण शहर और ग्रामीण इलाकों में जलभराव और सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। मानसून में सामान्य से बहुत अधिक बारिश दर्ज की गई है।

विजय जोशी, जागरण, देहरादून। पहाड़ों की रानी मसूरी से लेकर दून घाटी तक, कुदरत ने इस बार सितंबर में ऐसा सितम ढाया कि जिसे शायद पीढ़ियां याद रखेंगी। सोमवार की रात देहरादून जिले में लगातार हुई मूसलाधार बारिश ने हालात भयावह बना दिए।
सहस्रधारा, कार्लीगाड़, मालदेवता और ऋषिकेश क्षेत्र में बादल फटने और अतिवृष्टि की घटनाओं ने दून को गहरे जख्म दे दिए हैं। पहली बार सितंबर में दून में इतनी बारिश देखी गई है। साथ ही चारों ओर आई आपदा का नजारा भी शायद ही पहले कभी देखा गया हो।
देहरादून जिले में तीन स्थानों पर बादल फटने व अतिवृष्टि की सूचना
- रात करीब 10 बजे शुरू हुई बारिश आधी रात तक बेकाबू हो गई।
- सहस्रधारा क्षेत्र में महज चार घंटे में 264 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जो सामान्य से करीब 2500 प्रतिशत अधिक है।
- यहां सितंबर माह में एक दिन में हुई यह अब तक की सर्वाधिक वर्षा है।
- इससे पहले 1924 में 212 मिमी बारिश का रिकॉर्ड था, जिसे इस बार तोड़ दिया गया।
- इसी दौरान मालदेवता में 150 मिमी, जौलीग्रांट में 107 मिमी, हाथीबड़कला में 90 मिमी, जबकि मसूरी और धनोल्टी क्षेत्र में क्रमशः 40 व 45 मिमी वर्षा दर्ज हुई।
- ऋषिकेश में नटराज चौक के पास चंद्रभागा नदी क्षेत्र में भी बादल फटने की सूचना है।
- भारी बारिश के चलते रातभर शहर और ग्रामीण इलाकों में जलभराव, सड़क कटाव और पुल बहने जैसी घटनाएं सामने आईं।
मानसून का प्रकोप, सामान्य से 30 प्रतिशत अधिक बरसे मेघ
देहरादून में इस साल ग्रीष्मकाल में भी सामान्य से अधिक बारिश हुई थी। लेकिन मानसून ने तो सभी अनुमान तोड़ दिए। एक जून से अब तक 1906 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जबकि सामान्य 1378 मिमी होती है। यानी 38 प्रतिशत अधिक। सितंबर में औसत वर्षा 385 मिमी रही है, जो सामान्य 153 मिमी से 151 प्रतिशत अधिक है।
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