OLX पर विज्ञापन देकर लाखों की ठगी करने वाला अरेस्ट, गिरफ्तारी से बचने के लिए घर से 300 KM दूर छिपा था
देहरादून में ओएलएक्स पर मकान बेचने का विज्ञापन देने वाले एक व्यक्ति से साइबर ठगी हुई। ठग ने खुद को सेना का जवान बताकर 12.46 लाख रुपये की ठगी की। उत्तराखंड एसटीएफ ने आरोपित को राजस्थान से गिरफ्तार किया है जो गिरफ्तारी से बचने के लिए 300 किलोमीटर दूर छिपा था और फर्जी पहचान का इस्तेमाल कर रहा था।

जागरण संवाददाता, देहरादून। ओएलएक्स पर मकान बेचने के लिए विज्ञापन देने वाले व्यक्ति से 12.46 लाख रुपये की साइबर ठगी करने वाले ठग को उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने राजस्थान से गिरफ्तार किया है।
साइबर ठग पिछले एक साल से फरार चल रहा था, जिसकी तलाश में एसटीएफ लगातार दबिश दे रही थी। लेकिन ठग बार-बार पुलिस को चकमा देकर फरार हो जा रहा था और घर से करीब 300 किलोमीटर दूर जयपुर के खोह नागोरिया क्षेत्र में छिपा हुआ था।
ओएलएक्स पर दून के व्यक्ति ने डाला था मकान बेचने का विज्ञापन
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ नवनीत भुल्लर ने बताया कि साइबर ठगी का मामला वर्ष 2022 का है। देहरादून निवासी व्यक्ति ने थाना साइबर क्राइम में शिकायत दर्ज कराई कि उन्होंने अपना मकान किराए पर देने के लिए ओएलएक्स पर विज्ञापन डाला था। उसी विज्ञापन के आधार पर आरोपित ने पीड़ित से संपर्क किया।
ठग ने खुद को सीआईएसएफ का जवान बताते हुए पीड़ित का विश्वास जीता और फर्जी आधार कार्ड एवं पहचान पत्र वाट्सएप पर साझा किए। इसके बाद ठग ने पीड़ित को भ्रमित किया कि सेना व पैरामिलिट्री के नियमों के अनुसार मकान किराए पर लेने से पहले अग्रिम राशि मकान मालिक की ओर से भी जमा करानी होती है। इस झांसे में आकर पीड़ित ने विभिन्न बैंक खातों में कुल ₹12.46 लाख रुपये रकम ट्रांसफर कर दी।
एक साल से फरार चल रहा था साइबर ठगी
उन्होंने बताया कि इस मामले में अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर प्रकरण की विवेचना निरीक्षक विकास भारद्वाज को सौंपी गई। विवेचना के बाद आरोपित के विरुद्ध साक्ष्य पाए जाने पर कोर्ट में आरोपपत्र दाखिल किया गया। प्रकरण में न्यायालय की ओर से गैर जमानती वारंट भी जारी किया गया था। पुलिस टीम की ओर से लोकेशन प्राप्त करने के बाद साइबर ठग शरीफ मोहम्मद निवासी कल्याणपुर, थाना खोह, जिला भरतपुर, राजस्थान को जयपुर के खोह नागोरिया क्षेत्र से गिरफ्तार किया।
गिरफ्तारी से बचने के लिए घर से 300 किमी दूर छिपा था
पूछताछ में आरोपित ने बताया कि वह गिरफ्तारी से बचने के लिए अपने पैतृक निवास कल्याणपुर, थाना खोह, जिला भरतपुर (राजस्थान) से करीब 300 किलोमीटर दूर जयपुर के खोह नागोरिया क्षेत्र में छिपकर रह रहा था। इसी दौरान वह गुप्त रूप से अपने साथियों के संपर्क में रहकर विभिन्न प्रकार के साइबर अपराधों को अंजाम देता आ रहा था। ठग यह भी बताया कि वह लगातार फर्जी पहचान पत्र, अलग-अलग मोबाइल नंबर व विभिन्न बैंक खातों का प्रयोग करके धोखाधड़ी करता था।
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