Lockdown 4.0: देहरादून के बाजार का आज पूरी तरह रहेंगे बंद, सिर्फ इन्हें दुकान खोलने की इजाजत
लॉकडाउन में प्रतिबंध व छूट के दौर के बाद यह पहला मौका होगा जब बाजार पूरी तरह बंद रहेंगे। सिर्फ डेयरी फल-सब्जी की दुकानें व पेट्रोल-डीजल पंपों को ही खोलने की इजाजत होगी।
देहरादून, जेएनएन। लॉकडाउन में प्रतिबंध व छूट के दौर के बाद यह पहला मौका होगा, जब बाजार पूरी तरह बंद रहेंगे। सिर्फ डेयरी, फल-सब्जी की दुकानें व पेट्रोल-डीजल पंपों को ही खोलने की इजाजत होगी।
जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि रविवार को राशन की दुकानें भी बंद रखी जाएंगी। यदि कोई भी ऐसी दुकान खुली पाई गई तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा बाजार की बंदी होने के चलते कोई व्यक्ति अनावश्यक घूमता पाया गया तो उसके खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम में मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं। जिलाधिकारी डॉ. श्रीवास्तव ने बताया कि इस बंदी का लाभ नगर निगम के सेनिटाइजेशन अभियान को मिलेगा। नगर निगम को निर्देश दिए गए हैं कि रविवार को पूरे बाजार व सार्वजनिक स्थलों पर पुख्ता रूप से सेनिटाइजेशन संबंधी काम किए जाएं।
लॉकडाउन के चौथे चरण में चरमराई ट्रैफिक व्यवस्था
लॉकडाउन का चौथा चरण शुरू होते ही दून में ट्रैफिक व्यवस्था चरमराने लगी है। स्थिति ये है, जगह-जगह जाम लग रहा है और कई लोग बेझिझक ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। हालांकि चुनिंदा चौराहों पर पुलिस तो तैनात है, लेकिन वाहनों की चेकिंग नहीं हो रही है।
पुलिस की ओर से शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करने के लिए चौराहों की ट्रैफिक लाइटें बंद कर रखी हैं। लेकिन इसके चलते हादसों का खतरा बना हुआ है। सहारनपुर चौक, प्रिंस चौक और घंटाघर चौक पर जाम लगना शुरू भी हो गया है। गर्मी अधिक होने के कारण पुलिस कर्मी भी छांव की तलाश में रहते हैं, जबकि लोग नियमों का उल्लंघन करते हुए आगे निकल जाते हैं। ये हाल तब है, जब सड़कों पर अभी पब्लिक ट्रांसपोर्ट शून्य है।
इनके जिम्मे चल रही ट्रैफिक व्यवस्था
- ट्रैफिक पुलिस - 164
- सिटी पेट्रोल यूनिट (सीपीयू) - 16 टीमें
यह भी पढ़ें: Coronavirus: तीन दिन के लिए दून की मंडी बंद, मनमाने दाम पर सब्जी बेच रहे फुटकर विक्रेता
प्रकाश चंद्र आर्य (एसपी ट्रैफिक) का कहना है कि अभी पब्लिक ट्रांसपोर्ट नहीं चला है, इसलिए अभी चौराहों पर पूरी फोर्स नहीं लगाई गई है। फिलहाल ट्रैफिक ज्यादा नहीं हुआ। यदि ट्रैफिक अधिक होता है, तो उसे कंट्रोल करने के लिए जवानों को लगाया जाएगा।
यह भी पढ़ें: Lockdown 4.0: नहीं माने ट्रांसपोर्टर, खड़े रहे सार्वजनिक वाहन