Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Dehradun: जाखन गांव में लगातार हो रहा भूधंसाव, 10 मकान मलबे के ढेर में हुए तब्दील; ऐसे रह रहे ग्रामीण...

    By Jagran NewsEdited By: riya.pandey
    Updated: Sun, 20 Aug 2023 08:44 AM (IST)

    Landslide In Jakhan Village विकासनगर तहसील के जाखन गांव में लगातार भूधंसाव हो रहा है। इसके अलावा गांव के ऊपर लांघा-मटोगी मोटर मार्ग के धंसने का क्रम भी जारी है। इससे बिन्हार क्षेत्र के ग्रामीणों का संपर्क अन्य जगह से कट गया है। सबसे ज्यादा समस्या उन ग्रामीणों को आ रही है जिन्होंने दरार आए मकानों से सामान तो निकाल लिया लेकिन अब वे इस सामान को कहां रखें।

    Hero Image
    Landslide In Jakhan Village: जाखन गांव में लगातार हो रहा है भूधंसाव

    जागरण संवाददाता, विकासनगर: Landslide In Jakhan Village: विकासनगर तहसील के जाखन गांव में लगातार भूधंसाव हो रहा है। इसके अलावा गांव के ऊपर लांघा-मटोगी मोटर मार्ग के धंसने का क्रम भी जारी है। इससे बिन्हार क्षेत्र के ग्रामीणों का संपर्क अन्य जगह से कट गया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सबसे ज्यादा समस्या उन ग्रामीणों को आ रही है, जिन्होंने दरार आए मकानों से सामान तो निकाल लिया, लेकिन अब वे इस सामान को कहां रखें। हालांकि, प्रशासन ने पष्टा कैंप व लांघा इंटर कालेज में सामान रखवाने की वैकल्पिक व्यवस्था बनाई है, लेकिन दो स्कूलों में इससे बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है।

    बच्चों की पढ़ाई की कवायद में जुटे शिक्षा विभाग

    बच्चों की पढ़ाई के लिए शिक्षा विभाग वैकल्पिक व्यवस्था बनाने को कवायद कर रहा है। प्रभावितों ने कहीं पर जानकारों के यहां पर सामान रखा है, कुछ किराये के कमरे तलाश रहे हैं। जाखन गांव के ग्रामीणों का जनजीवन पूरी तरह से पटरी से उतरा हुआ है।

    16 अगस्त को मोटर मार्ग पर हुआ था भूस्खलन

    बता दें कि जाखन गांव में 16 अगस्त की सुबह लांघा-मटोगी मोटर मार्ग से भूस्खलन हुआ। सड़क में चौड़ी दरारें पड़ गईं, जिससे सड़क धंसनी शुरू हो गई। दरार बढ़कर गांव तक पहुंच गई। भूधंसाव से कुछ पल के भीतर ही 10 मकान मलबे के ढेर में बदल गए, जबकि 10 मकान क्षतिग्रस्त हो गए।

    परिवारों को गांव के हाईस्कूल में ठहराया

    इस पर प्रशासन ने प्रभावित 28 परिवारों के करीब 150 व्यक्तियों को पष्टा गांव के जूनियर हाईस्कूल में ठहराया है। इनमें से कुछ परिवार अपने रिश्तेदार के यहां रुके हैं। प्रभावित चतर सिंह, जगत सिंह, प्रदीप, धीरज, संसार सिंह, आदेश, लीला देवी आदि ने परिवारिक सदस्यों के साथ सामान मकानों से निकालकर मुख्य मार्ग तक ढोया।

    इस दौरान कुछ सामान टूट भी गया है। प्रभावितों के सामने अब समस्या ये है कि वे डबल बैड, फ्रिज, रसोई का सामान, बिस्तरे, बर्तन, खाद्य सामग्री आदि सामान को कहां रखें।