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    उत्तराखंड मानसून की विदाई, सड़कों की मरम्मत की अभी तक याद नहीं आई; आए दिन हादसों में जख्मी हो रहे लोग

    Updated: Mon, 29 Sep 2025 01:43 PM (IST)

    देहरादून के पशुपतिनाथ एन्क्लेव में सड़क जर्जर हालत में है जिससे निवासियों को परेशानी हो रही है। मानसून में सड़क उखड़ गई गड्ढे बन गए हैं जिससे दुर्घटनाओं का खतरा है। 150 घरों की आबादी वाली इस सड़क की मरम्मत का इंतजार है। भारी वाहनों के चलने से स्थिति और खराब हो रही है। निवासियों ने धूल से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं की शिकायत की है।

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    लोअर नेहरुग्राम स्थित पशुपतिनाथ एन्क्लेव में खस्ताहाल सड़क। जागरण

    जागरण संवाददाता, देहरादून। मानसून की विदाई हो गई है। बरसात के सीजन में दून की सड़कों का बुरा हाल हुआ है। जिम्मेदार विभागों को अभी जर्जर सड़कों की मरम्मत करने की याद नहीं आई है।

    ऐसी ही एक सड़क लोअर नेहरूग्राम स्थित पशुपतिनाथ एन्क्लेव की है। बरसात में सड़क पूरी तरह से उधड़ चुकी है। जगह-जगह सड़क गड्ढे बने हैं और बजरी-रोड़ी बिखरी पड़ी है। इससे वाहन चालक दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं।

    पशुपतिनाथ एन्क्लेव क्षेत्र में करीब 150 घर बने हैं और 600 की आबादी रहती है। बरसात में यहां की 200 मीटर लंबी सड़क पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है। कुछ जगहों पर गड्ढों को मिट्टी और रोड़ी से भरा गया, लेकिन बरसात में फिर मिट्टी बह गई और रोड़ी सड़क पर बिखर गई।

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    भारी वाहनों की आवाजाही से जर्जर सड़क के जख्म गहरे हो रहे हैं। क्षेत्र में कई घरों का निर्माण चल रहा है। सुबह से रात तक निर्माण सामग्री से लदे वाहनों की आवाजाही हो रही है। निर्माणदायी संस्था यूयूएसडीए का जर्जर सड़कों की तरफ कोई ध्यान नहीं है।

    - सड़क जर्जर होने से क्षेत्र के लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। मानसून की विदाई हो गई है। अब सड़क की मरम्मत करनी चाहिए। जिम्मेदार विभागों को इस तरफ गंभीरता से सोचना चाहिए।

    विरेंद्र रावत, क्षेत्रवासी

    वर्षाकाल बीत गया है, लेकिन जख्मी सड़क की मरम्मत शुरू नहीं हो पाई। धूल-मिट्टी से स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है। बुजुर्ग और बच्चे बीमार हो रहे हैं। जर्जर सड़क का निर्माण होना चाहिए।

    - कविता खत्री

    पिछले दो वर्ष से क्षेत्र में सड़कें जर्जर हैं। अधिकतर जगहों पर सीवर का निर्माण पूरा हो गया है। लेकिन सड़क पक्की नहीं हुई है। प्रशासन को क्षेत्र का निरीक्षण कर जर्जर सड़कों को ठीक करना चाहिए।

    - अनिता उपाध्याय

    विकास के लिए निर्माण जरूरी है। जहां निर्माण पूरा हो चुका है, वहां सड़क भी बनानी चाहिए। कार्यदायी संस्था को व्यावहारिकता को ध्यान में रखना चाहिए। लेकिन ऐसा नहीं किया जा रहा है।

    -दीप्ति रावत

    जिन इलाकों में सीवर का निर्माण पूरा हो गया है, वहां जल्द पक्की सड़क बनाई जाएगी। कुछ क्षेत्र ऐसे हैं, जहां सीवर के कनेक्शन जोड़े जाने हैं। इसके बाद ही सड़क पक्की की जाएगी।

    - अमित कुमार सिंह, क्षेत्रीय प्रबंधक, यूयूएसडीए