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देहारदून: नशा मुक्ति केंद्रों पर शिकंजा कसने की तैयारी, दुष्कर्म का मामला सामने के बाद बरती जा रही सख्ती

नशा मुक्ति केंद्र में युवती के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आने के बाद इन केंद्रों को लेकर पुलिस की नजर टेढ़ी हो गई है। अनियमितता बरत रहे नशा मुक्ति केंद्रों पर शिकंजा कसने की तैयारी की जा रही है।

By Raksha PanthriEdited By: Published: Tue, 10 Aug 2021 11:05 AM (IST)Updated: Tue, 10 Aug 2021 11:05 AM (IST)
देहारदून: नशा मुक्ति केंद्रों पर शिकंजा कसने की तैयारी, दुष्कर्म का मामला सामने के बाद बरती जा रही सख्ती
देहारदून: नशा मुक्ति केंद्रों पर शिकंजा कसने की तैयारी।

जागरण संवाददाता, देहरादून। नशा मुक्ति केंद्र में युवती के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आने के बाद इन केंद्रों को लेकर पुलिस की नजर टेढ़ी हो गई है। अनियमितता बरत रहे नशा मुक्ति केंद्रों पर शिकंजा कसने की तैयारी की जा रही है। इसी क्रम में सोमवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) डा. योगेंद्र सिंह रावत ने सभी थानाध्यक्षों को उनके क्षेत्र में चल रहे नशा मुक्ति केंद्रों की एक सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर उन्हें प्रेषित करने का निर्देश दिया।

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एसएसपी ने रिपोर्ट तैयार करने के लिए 12 बिंदुओं का एक फार्मेट भी दिया है। इसके तहत रिपोर्ट में केंद्र के नाम के साथ उसके रजिस्ट्रेशन, वहां तैनात स्टाफ (चिकित्सक व अन्य), भर्ती मरीजों, लिए जा रहे शुल्क, कक्ष व बेड, सीसीटीवी, दैनिक रजिस्टर, शिकायत रजिस्टर का विवरण दर्ज करना होगा। साथ ही विजिटिंग चिकित्सक के भ्रमण संबंधी रजिस्टर और केंद्र की स्थिति पर सक्षम अधिकारी की टिप्पणी भी देनी होगी।

कुकरमुत्तों की तरह जगह-जगह खुले नशा मुक्ति केंद्रों की सटीक जानकारी अभी तक पुलिस और प्रशासन के पास नहीं है। ऐसे में इन केंद्रों की निगरानी भी नहीं हो पाती। मरीजों के साथ बर्ताव और व्यवस्था के बारे में पुलिस को पता तक नहीं चलता। अब एसएसपी के इस कदम से पुलिस के पास हर केंद्र और वहां की व्यवस्था की जानकारी होगी। इससे उन पर नजर रखने के साथ नियंत्रण करना आसान होगा।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा योगेंद्र सिंह नशा मुक्ति केंद्रों पर बारीकी से नजर रखने के लिए सभी केंद्रों का डाटा तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। जांच में यह भी सामने आ जाएगा कि कितने केंद्र गलत ढंग से चल रहे हैं।

पीड़िता पर बनाया जा रहा दबाव

सूत्रों के अनुसार आरोपित विभा सिंह और विद्यादत्त रतूड़ी के सहयोगी पीड़ित युवती पर मुंह बंद रखने के लिए दबाव बना रहे हैं। सोमवार को मुंबई से एक व्यक्ति का पीडि़त युवती की मां को फोन आया। उसने रुपयों का लालच देकर बयान बदलने और मेडिकल न कराने के लिए दबाव डाला। हालांकि, पुलिस और सामाजिक संगठनों के दबाव में पीडि़ता ऐसा नहीं कर पाई।

आज होगा युवती का अल्ट्रासाउंड

सोमवार को पुलिस ने युवती की चिकित्सकीय जांच करवाई। गर्भवती होने की आशंका के चलते उसका अल्ट्रासाउंड व अन्य टेस्ट आज कराए जाएंगे।

नशा मुक्ति केंद्र बंद करने की मांग

ग्रामीण विकास समिति ने सरकार से मांग की है कि नशा मुक्ति केंद्र तुरंत बंद किए जाएं। समिति के अध्यक्ष कुंवर ङ्क्षसह ने कहा कि प्रदेश में नशा मुक्ति केंद्र की आड़ में कई आपराधिक कृत्य हो रहे हैं। देहरादून, विकासनगर, सेलाकुई में कई नशा मुक्ति केंद्रों का संचालन किया जा रहा है। पुलिस इनकी भौतिक जांच व सत्यापन नहीं कर रही। जल्द ही समिति केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय को भी पत्र लिखेगी। केंद्रों को बंद करने की मांग को लेकर बड़ा आंदोलन भी करेगी।

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