देहरादून में बढ़ रहे ठगी के मामले, विवादित जमीन बेचकर हड़पे 10 लाख; कोर्ट के आदेश पर मुकदमा
जमीन के नाम पर ठगी करने के मामले में पटेलनगर कोतवाली पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर एक व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। शिकायतकर्ता चंद्रप्रकाश निवासी कारगी ग्रांट ने बताया कि आरोपित अमित कुमार निवासी कन्हैया विहार ने उसे एक जमीन दिखाई थी

जागरण संवाददाता, देहरादून। राजधानी देहरादून में जमीन के नाम पर ठगी करने के मामले में पटेलनगर कोतवाली पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर एक व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। शिकायतकर्ता चंद्रप्रकाश निवासी कारगी ग्रांट ने बताया कि आरोपित अमित कुमार निवासी कन्हैया विहार ने उसे एक जमीन दिखाई थी। जमीन के बदले आरोपित ने 10 लाख रुपये ले लिए, लेकिन रजिस्ट्री नहीं करवाई। बाद में पता चला कि जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। इंस्पेक्टर प्रदीप राणा ने बताया कि आरोपित अमित कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
18 साल से फरार दो आरोपित गिरफ्तार
शहर कोतवाली पुलिस ने गैर इरादतन हत्या के मामले में 18 सालों से फरार चल रहे दो आरोपित को रिस्पना नगर से गिरफ्तार किया है। शहर कोतवाली रितेश शाह ने बताया कि 2002 के दौरान आरोपित बृजराज व विश्राम दोनों निवासी ग्राम पकड़ी बलिया उत्तर प्रदेश ने कोतवाली क्षेत्र में एक परिवार पर हमला कर दिया था। इस मामले में आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। घटना के बाद आरोपित फरार हो गए थे। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए अदालत से गिरफ्तारी वारंट जारी किए गए थे।
अवैध खनन में दो वाहन सीज
राजपुर थाना पुलिस ने अवैध खनन में दो वाहन सीज किए हैं। एसओ मोहन सिंह ने बताया कि सूचना मिली थी कि काठबंगला रिस्पना नदी पर दो वाहन अवैध खनन में लगे हुए हैं। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर अवैध खनन में लगे दो पिकअप वाहनों को सीज किया है।
दिव्यांगों पर दर्ज केस लें वापस
उत्तराखंड दिव्यांग सशक्तीकरण एसोसिएशन ने दिव्यांगजनों के साथ अमानवीय व्यवहार का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ दर्ज मुकदमा वापस लेने की मांग की है। शुक्रवार को प्रेस को जारी विज्ञप्ति में एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष अमित डोभाल ने कहा कि समाज की सबसे कमजोर व वंचित श्रेणी में गिने जाने वाले दिव्यांगजनों के नाम पर वैसे तो कई हवाई घोषणाएं की जाती हैं, लेकिन हकीकत में अपने अधिकारों के लिए लड़ने वाले दिव्यांगों पर मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। देहरादून में 26 अक्टूबर के आंदोलन में पुलिस-प्रशासन ने यही किया, जोकि दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि जल्द ही मुकदमे वापस नहीं लिए गए तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।
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