मतांतरण प्रकरण: पीड़ित के खातों की जांच में जुटी पुलिस, अब तक100-500 रुपये के कुछ ट्रांजेक्शन आए सामने
देहरादून में मतांतरण मामले की जांच में पुलिस पीड़िता के पिता के खाते को खंगाल रही है जहाँ छोटे लेनदेन मिले हैं। पीड़िता जो आठवीं पास है पिता का फोन इस्तेमाल करती थी। गिरोह के सरगना छांगुर समेत पांच आरोपियों पर मामला दर्ज हुआ है जिनके तार यूपी दिल्ली गोवा तक जुड़े हैं। आरोपियों ने युवती को लालच देकर मतांतरण का प्रयास किया जिसके चलते परिवार को शक हुआ।

जागरण संवाददाता, देहरादून। दून की युवती का मतांतरण के मामले में जांच एजेसियां पीड़ित के खाते को खंगालने में जुट गई है। पता लगाया जा रहा है कि युवती को प्रलोभन देने के लिए कितनी धनराशि भेजी गई है। हालांकि अब तक जांच में यह बात सामने आ रही है कि पीड़ित के पिता की परचून की दुकान है।
पीड़ित केवल आठवीं पास है और उसके पास कोई मोबाइल नहीं है। ऐसे में उसने अपने पिता का ही खाता नंबर दिया हुआ था। इस खाते में छोटी-छोटी कई ट्रांजेेक्शन हैं, जिसमें दुकान से बिके सामान की रकम भी शामिल है।
इस खाते में पुलिस को कोई बड़ी रकम क्रेडिट हुई नहीं दिखी। अधिकतर धनराशि 100 से 500 रुपये के बीच हुई हैं। ऐसे में पुलिस संदिग्ध खातों की छटनी में जुटी हुई है। इसके अलावा पीड़ित व आरोपितों के मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल रिकार्ड भी खंगाली जा रही है कि उसका किस-किससे संपर्क था।
दून पुलिस ने उत्तर प्रदेश के बलरामपुर से सुर्खियों में बने छांगुर उर्फ जमालुददीन के मतांतरण कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पांच के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। गिरोह के तार उत्तराखंड से लेकर उत्तर प्रदेश, दिल्ली व गोवा तक जुड़े हुए हैं। मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस इन आरोपितों से पूछताछ करने की तैयारी में हैं।
आरोपितों ने इस तरह से बिछाया था जाल
शंकरपुर सहसपुर निवासी अब्दुल रहमान वर्ष 2012 में गिरोह के मुख्य सरगना जलालुद्दीन उर्फ छांगुर के संपर्क में आया। छांगुर ने रहमान को अपने गिरोह में शामिल करते हुए हिंदू युवतियों का मतांतरण करने पर मुनाफा कमाने का लालच दिया।
वर्ष 2023 में हिंदू से मुस्लिम बने रहमान का संपर्क अबु तालीव निवासी मुजफ्फरनगर (उत्तर प्रदेश) अयान निवासी दिल्ली, अमन निवासी दिल्ली व मुस्लिम महिला स्वेता निवासी गोवा के साथ हुआ। पांच ने रानीपोखरी निवासी युवती को प्रलोभन देकर मतांतरण करने का प्रयास किया।
बेटी के व्यवहार में परिवर्तन आया तो तब हुआ शक
रानीपोखरी निवासी राजकुमार बजाज ने बताया कि उनकी 21 साल की पुत्री के व्यवहार में पिछले कुछ समय से परिवर्तन आया। शक होने पर जब उससे पूछताछ की तो पता चला है कि कुछ मुस्लिम लडके व लड़की जबरदस्ती उसे मुस्लिम बनाना चाहते है व बेटी को मुस्लिम बनाने के लिए रुपये व अन्य तरह के लालच दे रहे हैं। आरोपितों ने पूरी तरह से बेटी का ब्रेनवाश कर दिया था।
पिता के फोन से करती थी बात, नहीं लग पाई भनक
पुलिस के अनुसार युवती के पास निजी फोन नहीं था, ऐसे में वह पिता का ही फोन इस्तेमाल करती थी। वह इंस्टाग्राम से आरोपितों के संपर्क में आई और जब मौका मिलता था तो उनसे बात भी करती थी। स्वजनों को कभी पता नहीं चल पाया कि उनकी बेटी किससे बात कर रही है।
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