Dehradun: सड़कों के जख्मों पर 'नमक' छिड़क रहा मौसम, सड़कें क्षतिग्रस्त; पैच वर्क भी पानी में बहा
देहरादून में लगातार बारिश से सड़कें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई हैं जिससे लोगों को परेशानी हो रही है। गड्ढों और टूटी सड़कों के कारण हादसे बढ़ रहे हैं। लोक निर्माण विभाग और नगर निगम मौसम साफ होने का इंतजार कर रहे हैं ताकि मरम्मत का काम शुरू किया जा सके। बारिश के कारण 30 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान होने का अनुमान है।

विजय जोशी, जागरण देहरादून। मानसून की मार से राजधानी दून की सड़कें बुरी तरह जख्मी हो चुकी हैं। सितंबर का तीसरा सप्ताह चल रहा है, लेकिन आसमान अब भी कहर बरपा रहा है। लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक की सड़कों को तबाह कर दिया है।
मुख्य मार्ग हो या आंतरिक गलियां, हर जगह गड्ढों और टूटी सतहों से लोगों का निकलना मुश्किल हो गया है। जहां अब तक सड़कों की मरम्मत हो जानी चाहिए थी, मौसम की तल्खी से संबंधित विभाग बेबस नजर आ रहे हैं। पिछले करीब तीन माह से दूनवासी खस्ताहाल सड़कों पर हिचकोले खा रहे हैं।
आमतौर पर सितंबर मध्य तक बारिश का दौर थम जाता है और सड़कों मरम्मत का काम शुरू हो जाता है। इस बार मानसून लोगों के लिए आफत बन गया है। नतीजा यह कि दून की सड़कें पिछले सालों के मुकाबले दोगुना क्षतिग्रस्त हो गई हैं।
लगातार बारिश के कारण जहां शहरभर की सड़कें उखड़ गई हैं, वहीं कई जगह बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं। इन गड्ढों और बिखरी बजरी से हादसे भी बढ़ गए हैं। दोपहिया वाहनों के फिसलने के मामले आम हो चले हैं। शहरवासी ही नहीं, वीआइपी भी जर्जर सड़कों पर हिचकोले खाने को मजबूर हैं।
लोक निर्माण विभाग (लोनिवि) ने दावा किया था कि शहर की सड़कों पर लगभग 50 प्रतिशत पैच वर्क हो चुका था, लेकिन भारी बारिश ने यह मेहनत पानी में बहा दी। प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता राजेश कुमार का कहना है कि मौसम साफ होते ही पैच वर्क और निर्माण कार्य फिर से शुरू कर दिया जाएगा। हालांकि, पिछले वर्ष मानसून काल की तुलना में इस बार डेढ़ से दोगुना नुकसान का अनुमान है।
30 करोड़ से ऊपर पहुंचा सड़कों की क्षति का आकलन
एक सप्ताह पहले लोनिवि ने शहर और ग्रामीण सड़कों को हुए नुकसान का आकलन करीब 25 से 30 करोड़ रुपये तक किया था। लेकिन, बीते दिनों की लगातार बारिश से अब यह आंकड़ा और बढ़ने की आशंका है। निर्माण खंड, डोईवाला खंड, ऋषिकेश खंड और राष्ट्रीय राजमार्ग खंड सभी में सड़कों की हालत खस्ता है।
नगर निगम को भी बारिश थमने का इंतजार
नगर निगम ने भी आंतरिक सड़कों की मरम्मत का खाका तो तैयार कर लिया है, लेकिन मौसम की तल्खी के आगे निगम की बेबसी झलक रही है। बारिश का दौर थमते ही 100 वार्डों में पांच-पांच लाख रुपये, कुल पांच करोड़ रुपये से पैच वर्क व मरम्मत होगी।
पार्षद कोटे से प्रत्येक वार्ड में 35-35 लाख रुपये सड़क, नाली और अन्य कार्यों पर खर्च किए जाएंगे। निगम के सहायक अभियंता रजित कोटियाल के अनुसार टेंडर और वर्क आर्डर जारी किए जा चुके हैं। मौसम साफ होते ही काम शुरू कर दिया जाएगा।
नदी-नालों ने बढ़ाई मुश्किलें
रिस्पना, बिंदाल समेत शहर की कई नदी-नालों के किनारे भारी बारिश से करोड़ों का नुकसान हुआ है। सिंचाई विभाग के दर्जनों पुश्ते ढह गए हैं और भूकटाव से कई जगह सड़कें धंस चुकी हैं। विभाग फिलहाल नुकसान का आकलन करने में जुटा है।
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