Harela Festival 2025: हरेला पर शहर की 60 हजार वर्ग मीटर भूमि को हरा करेगा निगम, एक लाख पौधरोपण का टारगेट
देहरादून नगर निगम हरेला पर्व-2025 को पौधरोपण पखवाड़े के रूप में मनाएगा। शहर में एक लाख पौधे लगाने की योजना है जिसके लिए 60 हजार वर्ग मीटर भूमि चयनित है। मियावाकी पद्धति का उपयोग किया जाएगा। निगम खाली भूमि और सड़कों के किनारे पौधरोपण करेगा। नागरिकों से पौधरोपण में भाग लेने की अपील की गई है। इसका उद्देश्य शहर के पर्यावरण को सशक्त बनाना है।

विजय जोशी, जागरण, देहरादून। उत्तराखंड की परंपरागत हरियाली का प्रतीक हरेला पर्व-2025 इस बार नगर निगम देहरादून की ओर से विशाल पौधरोपण पखवाड़ा के रूप में मनाया जाएगा। इसके लिए नगर निगम ने शहरभर के चयनित स्थलों पर पौधरोपण के लिए विशेष कार्ययोजना तैयार की है, जिसमें विभिन्न श्रेणियों के लगभग एक लाख पौधों का रोपण किया जाएगा।
इसके लिए करीब 60 हजार वर्ग मीटर भूमि का चयन कर लिया गया है। इस बार मियावाकी पद्धति से पौधों की जीवित रहने की दर को बेहतर करने का प्रयास हाेगा।
नगर निगम ने इस अभियान के लिए वन विभाग से पौधों की व्यवस्था की है। पौधरोपण दो प्रमुख श्रेणियों में किया जाएगा एक निगम की रिक्त सरकारी भूमि पर और दूसरा शहर की प्रमुख सड़कों के किनारे। निगम की रिक्त 54277 वर्ग मीटर भूमि पर अधिकतम पौधरोपण किया जाएगा।
हरेला पर्व पर नगर निगम दून में व्यापक स्तर पर मनाएगा पौधरोपण पखवाड़ा
कार्ययोजना के अनुसार नगर निगम की खाली जमीन पर 67 हजार पौधे रोपे जाएंगे। इनमें से 42 पौधे मियावाकी पद्धति से लगाए जाएंगे, जो तेज़ी से हरियाली विकसित करने की जापानी तकनीक है। इसके अलावा सड़क किनारे भी 6850 वर्ग मीटर भूमि पर हरियाली की मुहिम है।
सड़क किनारे कुल 23 पौधे लगाए जाएंगे, जिनमें 16 हजार छोटे पौधे और छह हजार से अधिक मध्यम आकार के पौधे शामिल हैं। इसके अलावा 10 से 15 हजार पौधे स्कूल व अन्य संस्थाओं के सहयोग से रोपने की योजना है। नगर निगम ने पौध रोपण का आंकड़ा एक लाख पार पहुंचाने का लक्ष्य रखा है।
इस संपूर्ण अभियान में निगम कुल 89900 पौधे रोपे जाएंगे
- आठ से 10 फुट के पौधे, 1800
- तीन से चार फुट के पौधे, 47100
- झाड़ी व छोटे पौधे, 39500
हरेला पर्व केवल सांस्कृतिक परंपरा नहीं बल्कि प्राकृतिक उत्तरदायित्व का अवसर है। नगर निगम की यह पहल शहर के पर्यावरण को सशक्त बनाने की दिशा में बड़ा कदम है। नागरिकों से अपील की गई है कि वे भी पौधरोपण अभियान में भाग लें और रोपे गए पौधों की देखरेख करें। सौरभ थपलियाल, महापौर
खाली सरकारी भूमि पर मियावाकी पद्धति से पौधरोपण
चयनित स्थान, क्षेत्रफल (वर्ग मी), आठ से 10 फीट के पौधे, तीन से चार फीट के पौधे, झाड़ी/छोटे पौधे, कुल पौधे
- डांडा लखौंड, 20885, 500, 2500, 5000, 8000
- सहस्रधारा रोड कुल्हान, 5351, 00, 10600, 00, 10600
- सहस्रधारा रोड निकट किरसाली चौक, 4000, 50, 500, 1000, 1550
- सहस्रधारा रोड धोरण पुल के निकट, 12541, 00, 25000, 00, 25000
- आरकेडिया, 7500, 100, 5000, 500, 5600
- कारगी स्टेशन, 4000, 200, 3000, 12000, 15200
- कुल, 54277, 850, 42600, 23000, 66950
शहर की प्रमुख सड़कों के किनारे पौधरोपण
- चयनित स्थान, कुल क्षेत्रफल (वर्ग मी), आठ से 10 फीट के पौधे, तीन से चार फीट, झाड़ी/छोटे पौधे, कुल पौधे
- महाराणा प्रताप चौक से प्राचीन शीला माता मंदिर, 450, 00, 300, 8000, 8300
- कुआंवाला राष्ट्रीय राजमार्ग के डिवाइडर, 2000, 100, 400, 500, 1000
- केहरी गांव प्रेमनगर, 4000, 50, 50, 500, 600
- एफआरआइ के पास दोनों तरफ डिवाइडर पर, 4000, 00, 400, 1200, 1600
- कुल, 6850, 900, 5500, 16500, 22900
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