यूपी के हिस्ट्रीशीटर की 'गुगली' में उत्तराखंड पुलिस हुई 'बोल्ड'! गैंग्स्टर ने ऐसा जाल बिछाया... अफसर भी हैरान
देहरादून पुलिस ने कुख्यात बदमाश विनय त्यागी को बैग चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया है जिससे पुलिस की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं। हत्या और डकैती जैसे 38 मामलों में आरोपी विनय को जिस चोरी के आरोप में पकड़ा गया वह भी संदिग्ध है क्योंकि चोरी उसी के सहयोगी के घर हुई थी। आरोप है कि विनय त्यागी बाइक बोट घोटाले का भी आरोपी है।

अंकुर अग्रवाल, देहरादून। हत्या, हत्या का प्रयास, डकैती व गुंडा एक्ट के तहत जिस बदमाश पर 38 मुकदमे दर्ज हों, उसे दून पुलिस ने कार से बैग चोरी के मामले जेल भेज दिया। बैग भी उस कुख्यात की कार से चुराया गया, जिसके घर में बदमाश ने शरण ली हुई थी। यानी, पूरी कहानी संदेह के घेरे में है।
मामला है पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुख्यात विनय त्यागी को जेल भेजने का। पुलिस ने दो दिन पूर्व ही विनय को कार से बैग चोरी के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा है।
हालांकि, दून पुलिस अपने इस 'गुडवर्क' पर पीठ थपथपा रही है, लेकिन सूत्रों की मानें तो मामला वैसा नहीं है, जैसा दून पुलिस बता रही। बताया तो यह भी जा रहा कि यह पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुख्यातों और हिस्ट्रीशीटरों की ऐसी 'गुगली' थी, जिसमें दून पुलिस फंस गई।
सूत्रों की मानें तो यूपी एसटीएफ विनय त्यागी की लंबे समय से तलाश कर रही थी। विनय को एनकाउंटर का डर था, ऐसे में वह देहरादून के अशोक विहार नेहरू कालोनी में अपने खास परिचित व यूपी के गैंगस्टर चिकित्सक के घर आकर छिप गया।
इसी दौरान नाटकीय घटनाक्रम में 15 सितंबर को चिकित्सक ने नेहरू कालोनी थाने में तहरीर देकर बताया कि उनके घर के बाहर खड़ी कार का शीशा तोड़कर बैग चोरी हो गया है। बैग में कुछ कैश और सोना-चांदी का सामान होना बताया गया। यूं तो पुलिस चोरी के मुकदमे तीन-तीन माह तक दर्ज नहीं करती, लेकिन इस मामले में नेहरू कालोनी थाना पुलिस ने कुछ अधिक सक्रियता दिखाते हुए मुकदमा दर्ज कर लिया।
जांच के दौरान सोमवार यानी 29 सितंबर की देर रात पुलिस ने मामले में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुख्यात विनय त्यागी को दून-दिल्ली राजमार्ग पर डाटकाली मंदिर की टनल के पास से गिरफ्तार करने का दावा किया। उसके कब्जे से चोरी किए गए सोने तथा चांदी के सिक्के व कैश बरामद होने का दावा किया। अगले दिन हिस्ट्रीशीटर विनय को अदालत में पेश कर जेल भेज दिया गया।
जागृति विहार मेरठ का निवासी विनय त्यागी मूल रूप से ग्राम खाई खेड़ी थाना पुरकाजी मुजफ्फरनगर का रहने वाला है। उसके विरुद्ध हत्या, हत्या का प्रयास, डकैती व गुंडा एक्ट के 38 मुकदमे दर्ज हैं। इसके बावजूद विनय त्यागी के साधारण बैग चोरी में जेल जाने को लेकर चर्चा हो रही है।
पूर्व में भी मेरठ, मुजफ्फरनगर, हरिद्वार तथा देहरादून से कई आपराधिक घटनाओं में जेल जा चुका विनय पहली बार ऐसे मामले में जेल गया, जिससे सवाल खड़े हो रहे हैं। वहीं, चर्चा यह भी है कि विनय काफी समय से एक कुख्यात चिकित्सक के घर में शरण लिए हुए था। ऐसे में अब सवाल यह भी उठ रहा कि यूपी से फरारी काट रहे कुख्यात को घर में शरण देने वाले कुख्यात चिकित्सक पर दून पुलिस ने कार्रवाई क्यों नहीं की।
गाजियाबाद के माफिया से जुड़े हैं तार
सूत्रों की मानें तो पूरा मामला गाजियाबाद इंद्रापुरम के एक माफिया से जुड़ा हुआ है। माफिया और उसका एक पार्टनर बड़ी-बड़ी परियोजनाओं के निर्माण कार्य के ठेके लेते हैं। कंपनी माफिया के पार्टनर के नाम पर है, मगर पूरा होल्ड माफिया का है। इस माफिया की उत्तराखंड के पुलिस-प्रशासन व राजनीतिक जगत में गहरी पकड़ है।
शिकायतकर्ता गैंगस्टर चिकित्सक के इस माफिया के पार्टनर से करीबी संबंध बताए जा रहे। सूत्रों की मानें तो इसके पार्टनर ने अपनी करोड़ों की नकदी व लाखों रुपये के जेवरात से लदी कार चिकित्सक को कुछ दिन अपने पास रखने को दी थी। दरअसल, उसे खतरा यह था कि ईडी उसके पीछे लगी है। इस दौरान चिकित्सक ने कार के बारे में विनय त्यागी को बताया और इसके बाद कार से बैग चोरी की कहानी गढ़ी गई।
वर्ष 2018 में सील हुआ था चिकित्सक का क्लीनिक
प्रकरण में शामिल चिकित्सक का नाम लिंग व भ्रूण परीक्षण को लेकर विवादों में रहा है। आराघर स्थित उसके क्लीनिक में जनवरी-2018 में हरियाणा के स्वास्थ्य विभाग व दून जिला प्रशासन की संयुक्त टीम ने छापा मारा भ्रूण का लिंग परीक्षण पकड़ा था। उसके विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कर क्लीनिक सील कर दिया गया था। यही नहीं, आरोपित चिकित्सक पूर्व में ऐसे ही मामलों में जेल भी जा चुका है।
बाइक बोट घोटाले का मुख्य आरोपित है विनय
दून पुलिस ने जिस विनय त्यागी को साधारण चोरी में जेल भेजा है, वह देश के बहुचर्चित 42 हजार करोड़ रुपये के बाइक बोट घोटाले का मुख्य आरोपित है। गाजियाबाद में गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड (बाइक बोट) कंपनी के माध्यम से निवेश का झांसा देकर ठगी को अंजाम दिया गया था। यही नहीं, विनय की पत्नी यूपी के एक क्षेत्र से ब्लाक प्रमुख भी रही है।
पुलिस ने दर्ज मुकदमे के आधार पर कार्रवाई करते हुए आरोपित विनय त्यागी को गिरफ्तार किया। उसके कब्जे से चोरी हुए करीब चार लाख रुपये के गहने व 15 हजार रुपये कैश भी मिला था। एक आरोपित की अभी तलाश चल रही है। फिलहाल, यूपी के किसी अन्य माफिया का हाथ होना सामने नहीं आया है।
अजय सिंह, एसएसपी देहरादून
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