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    Uttarakhand News: भारी बारिश से दरके पहाड़, चार मोटर मार्गों पर यातायात ठप, करीब 50 गांव से जुड़े लोग प्रभावित

    Updated: Mon, 15 Sep 2025 04:34 PM (IST)

    विकासनगर में लगातार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। पहाड़ दरकने से चार मोटर मार्ग बंद हो गए हैं जिससे कई गांवों का संपर्क टूट गया है। किसानों को भारी नुकसान हो रहा है और मरीजों को अस्पताल ले जाने में भी परेशानी हो रही है। भूस्खलन से ग्रामीणों में दहशत है और बीन नदी के उफान से कटाव बढ़ गया है।

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    भारी वर्षा से दरके पहाड़, चार मोटर मार्गों पर यातायात ठप

    जागरण संवाददाता, विकासनगर। पिछले तीन दिन से लगातार जारी वर्षा के कारण जौनसार व पछवादून में जनजीवन प्रभावित है। पहाड़ दरकने से चार मोटर मार्गों पर यातायात ठप हो गया है। पीएमजीएसवाई कालसी के गडोल सकरोल मार्ग पर मलबा आने से यातायात ठप है।

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    लाखामंडल नाडा मार्ग पर किमी छह से 14 किमी के बीच चार स्थानों पर मलबा आने से यातायात ठप पड़ा है। बाड़वाला जुड्डो मटोगी मोटर मार्ग किमी तीन से नौ के बीच में तीन स्थानों पर बंद है। लोनिवि निर्माण खंड देहरादून का लांघा मटोगी मोटर मार्ग किमी सात पर मलबा आने से बंद हो गया।

    चार मोटर मार्गों के बंद होने के कारण करीब पचास गांवों के ग्रामीणों की दिक्कतें बढ़ गई हैं। बिन्हार क्षेत्र में मरीजों को अस्पताल ले जाने में दिक्कतें हो रही हैं। किसान नकदी फसलें मंडियों तक नहीं पहुंचा पा रहे हैं। इस कारण किसानों को नुकसान हो रहा है। इस बीच बंद सड़कों से मलबा हटाने को मशीनें लगाई गई हैं।

    हालांकि त्यूणी-चकराता-मसूरी राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात सुचारू हो गया है। दिल्ली यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी यातायात सुचारू है, लेकिन बाड़वाला जुड्डो मोटर मार्ग दूसरे दिन रविवार को भी बंद रहा। बाड़वाला हथियारी जुड्डो मार्ग पर मलबा आने से यातायात प्रभावित है।

    कई स्थानों पर तो पानी रोड पर बहता नजर आया। रविवार को वर्षा के दौरान कटापत्थर के पास रोड का कुछ हिस्सा धंस गया। उधर, हरिपुर-इच्छाड़ी-कोटी मीनस मार्ग, कालसी चकराता स्टेट हाईवे, कोटी-डिमऊ मार्ग व बोसान बैंड मोटर मार्ग पर भी यातायात सुचारू हो गया है।

    रविवार को राजस्व उपनिरीक्षक शिवानी ने बिन्हार पूरब क्षेत्र की ग्राम पंचायत मदर्सू के गांव मैदान में निरीक्षण किया। मौके पर पाया कि लांघा -बिन्हार-मटोगी मार्ग पर पहाड़ दरकने के कारण भारी मात्रा में मलबा आया हुआ है। इस कारण आवागमन ठप हो गया है।

    निरीक्षण के दौरान अंशुमान गुप्ता, आशीष तोमर, भरत सिंह आदि मौजूद रहे। वहीं बिन्हार ग्राम्य विकास समिति के अध्यक्ष डीएस पुंडीर ने बताया कि खुलेत, नकोड व भलेर के ग्रामीणों को खतरा बढ़ गया है, क्योंकि भूस्खलन धीरे धीरे गांवों तक पहुंच रहा है। उधर, बीन नदी के उफान पर होने के कारण भूकटाव बढ़ गया है। आसपास के मकानों की दीवारों में दरार आ गई हैं।

    पछवादून व जौनसार बावर में 60.5 एमएम वर्षा

    पछवादून व जौनसार बावर में 24 घंटे के अंदर 60.5 एममएम वर्षा रिकार्ड की गई। इसके चलते यमुना व टोंस के जलप्रवाह दर में वृद्धि दर्ज की गई। हालांकि सभी छह जल विद्युत केंद्रों में बिजली उत्पादन सुचारू रूप से जारी रहा।

    जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र के मुताबिक चकराता क्षेत्र में 6.5 एमएम, कालसी क्षेत्र में 50 एमएम, विकासनगर में दो एमएम और कोटी में दो मिमी वर्षा हुई। डाकपत्थर बैराज में यमुना का जलस्तर रविवार को 455.22 मीटर पर रहा। जबकि यहां खतरे का निशान 455.37 मीटर पर है। जबकि इच्छाड़ी डैम में टोंस नदी का जलस्तर 644 मीटर पर रहा। यहां पर खतरे का निशान 644.75 मीटर पर है।

    गोहना नदी के रपटे में फिसले बाइक सवार को ग्रामीणों ने बचाया

    लगातार वर्षा के बीच नदी-नाले पूरे उफान पर हैं। रुद्रपुर-सोरना मार्ग पर गोहना नदी पर पुल न होने के कारण लोगों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। रविवार को गोहना नदी के रपटे पर एक बाइक फिसलने से बच गई।

    स्थानीय युवकों की मदद से बाइक सवार को बचा लिया गया। क्षेत्र के नागरिक नरेंद्र तोमर, नरेश नौटियाल, राजेंद्र धीमान आदि का कहना है कि लंबे समय से गोहना नदी पर पुल निर्माण की मांग की जा रही है। लेकिन सरकारी स्तर से अभी तक कोई सुध नहीं ली गई।