पीतल का बिस्कुट थमाकर रिटायर्ड सैनिक से हड़पे 10 लाख, झांसे में लेकर की धोखाधड़ी
देहरादून में लखीमपुर के मजदूरों ने एक भूतपूर्व सैनिक को पीतल के बिस्कुट देकर 10.20 लाख रुपये की धोखाधड़ी की। आरोपियों ने पहले सैनिक से दोस्ती की फिर बहन की शादी का बहाना बनाकर सोना गिरवी रखने की बात कही। सैनिक लखीमपुर गए जहां उन्हें सोने के बिस्कुट दिखाए गए। बाद में मजदूरों ने पैसे छीन लिए और जान से मारने की धमकी दी।

जागरण संवाददाता, देहरादून। लखीमपुर (उप्र) के लेबरों ने आरकेडिया ग्रांट के एक भूतपूर्व सैनिक को पीतल के बिस्कुुट थमाकर उनसे 10.20 लाख रुपये हड़प लिए। साथ ही जान से मारने की धमकी दी।आरेपितों ने पीड़ित को झांसे में लेकर उनके साथ धोखाधड़ी की। पटेलनगर पुलिस ने आरोपितों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
पटेलनगर थाना क्षेत्र के आरकेडिया ग्रांट बडोवाला निवासी 68 वर्षीय सूरज नाथ गौतम ने बताया कि वह भारतीय सेना से सेवानिवृत्त सैनिक हैं। उन्होंने बताया कि करीब डेढ़ साल पहले उनके पास गांव ढकरवा, नीगासन जिला लखीमपुर निवासी मुन्ना उर्फ जिब्राईल और मजला उर्फ अकील बर अली मजदूरी करने आये थे और किराये का मकान दिलाने का आग्रह किया था।
उन्हाेंने उनसे साफ-सफाई और निर्माण कार्य करवाया और वह दोनों शिमला बाईपास रोड स्थित झीवारेड़ी गांव के एक घर में अन्य कई लेबरों के साथ रहने लगे। बीच-बीच में अक्सर वह दोनों सैनिक से काम के संबंध में मिलते थे और स्वयं को गरीब व ईमानदार होने का दिखावा करते थे। जुलाई के आसपास लेबरों ने सैनिक के पास पहुंचकर अपने परिवार में बहन का विवाह होने की बात बताई और 15 लाख रुपये मांगे।
लेकिन, उन्होंने बिना गारंटी के रुपये देने से इंकार कर दिया। इस पर लेबरों ने कहा कि लखीमपुर में उनके चाचा के पास सोने का सामान है, जिसे वह गिरवी रखने को तैयार हैं। काफी आग्रह के बाद सैनिक ने सोना मंगाने और उसकी जांच कराकर रुपये की देने बात कही। लेकिन लेबरों ने बहानेबाजी करते हुए कहा कि चाचा यहां सोने का सामान लाने को तैयार नही हैं।
वह कह रहे हैं कि सोना चाहिए तो लखीमपुर आओ। उनके काफी आग्रह करने के बाद सैनिक आईएसबीटी से बस में सवार होकर लखीमपुर स्थित उनके गांव पहुंचे। जहां वह दोनों उन्हें लेने आए और अपने चाचा राम भरोसे उर्फ गोवरे से मिलवाया।
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चाचा ने सोने के बिस्कुट दिखाये और उनमें से एक टुकड़ा काट कर अपने सुनार से शुद्धता की जांच कराई। इसके बाद सैनिक बिस्कुट लेकर देहरादून आ गये और 19 जुलाई को 10.20 लाख रुपये लेकर लेबरों को देने दोबारा उनके उनके गांव गये। लेकिन इस बार वहां का माहौल परिवर्तित था।
घर के बाहर कुछ लोग पाठल व हसिया लेकर बैठे थे। जिन्हें देख उन्हें अपनी जान का भय होने लगा। लेबर और उनके साथियों ने सैनिक के 10.20 लाख रुपये छीनकर जान से मारने धमकी दी। वह अपनी जान बचाकर किसी तरह से वहां से देहरादून पहुंचे। प्रभारी निरीक्षक चंद्रभान सिंह अधिकारी ने बताया कि आरोपितों को गिरफ्तार किया जाएगा।
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