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    Uttarakhand Panchayat Elections: ग्राम प्रधान और क्षेपं सदस्य पदों पर कार्यकर्ताओं को चुनाव लड़ाएगी भाजपा, 2027 पर है नजर

    Updated: Sun, 15 Jun 2025 11:17 AM (IST)

    उत्तराखंड में पंचायत चुनावों को लेकर भाजपा ने कमर कस ली है। पार्टी का लक्ष्य है कि सभी ग्राम क्षेत्र और जिला पंचायतों में उनके बोर्ड बनें। इसके लिए भाजपा ग्राम प्रधान और क्षेत्र पंचायत सदस्य पदों पर कार्यकर्ताओं को चुनाव लड़ाएगी। जिला पंचायत सदस्यों के चयन के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किए जाएंगे। भाजपा इन चुनावों को 2027 के विधानसभा चुनाव की तैयारी के रूप में देख रही है।

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    बैठक में शामिल CM धामी, भाजपा के प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम, प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय कुमार।साभार:भाजपा।

    राज्य ब्यूरो, जागरण, देहरादून। हरिद्वार को छोड़ राज्य के शेष जिलों में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर चल रही कसरत के बीच भाजपा अपनी चुनावी तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुट गई है। उसका लक्ष्य है कि सभी 7499 ग्राम पंचायतों, 89 क्षेत्र पंचायतों व 12 जिला पंचायतों में पार्टी के बोर्ड बनें।

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    पंचायतों के माध्यम से वह वर्ष 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव में हैट-ट्रिक लगाने के दृष्टिगत ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी जमीन को और अधिक मजबूती देने का प्रयास करेगी। इसी कड़ी में भाजपा ने तय किया है कि वह इस बार ग्राम प्रधान व क्षेत्र पंचायत (क्षेपं) सदस्य पदों पर पार्टी कार्यकर्ताओं को चुनाव लड़ाएगी।

    मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ प्रदेश भाजपा नेतृत्व की शनिवार को हुई बैठक में इसकी योजना बनाई गई। यही नहीं, जिला पंचायत सदस्य पदों पर भाजपा समर्थित प्रत्याशियों के चयन के दृष्टिगत चुनाव कार्यक्रम की घोषणा होते ही विधानसभा क्षेत्रों में पर्यवेक्षक भेजने का निर्णय भी लिया गया।

    उत्तराखंड में भाजपा वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव से विजय रथ पर सवार है। तब से अब तक हुए लोकसभा व विधानसभा चुनावों में पार्टी अपना परचम फहराती आ रही है। हाल में संपन्न हुए नगर निकाय चुनावों में भाजपा ने जोरदार प्रदर्शन किया था।

    अब उसकी नजर अगले माह प्रस्तावित पंचायत चुनाव पर टिकी है। यद्यपि, पंचायत चुनाव पार्टी सिंबल पर नहीं होते, लेकिन इसमें राजनीतिक दल अपने समर्थित प्रत्याशियों की घोषणा करते हैं। इसमें भी दलों का ध्यान जिला पंचायतों पर अधिक रहता है।

    पिछले पंचायत चुनाव में भाजपा ने परचम फहराया था और अब उसके सामने इससे आगे निकलने की चुनौती है। इसी को ध्यान में रखते हुए पार्टी अब पंचायत चुनाव की रणनीति को अंतिम रूप देने में जुटी है। इसी क्रम में शनिवार को मुख्यमंत्री आवास में पंचायत चुनाव के संदर्भ में दो बैठकें हुई।

    पहले पार्टी की टोली बैठक में मंथन हुआ और फिर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ बैठक में पार्टी के प्रदेश प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम, प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट व प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय कुमार ने पंचायत चुनाव की रणनीति पर विमर्श किया।

    भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान के अनुसार मुख्यमंत्री के साथ हुई बैठक में जिला पंचायत सदस्य पदों पर पार्टी के समर्थित प्रत्याशियों के चयन के लिए विधानसभा क्षेत्रों में भेजे जाने वाले पर्यवेक्षकों के नामों की सूची को अंतिम रूप दिया गया।

    पंचायत चुनाव का कार्यक्रम घोषित होते ही ये पर्यवेक्षक विधानसभा क्षेत्रों में जाकर जिला पंचायत सदस्य पद के लिए समर्थित प्रत्याशियों के नाम का पैनल तैयार करेंगे। प्रदेश नेतृत्व द्वारा क्षेत्र, समाज, वर्ग व पार्टी की रणनीति के आधार पर नामों की घोषणा की जाएगी।

    यह भी तय किया गया कि ग्राम प्रधान व क्षेत्र पंचायत सदस्य पदों पर पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ताओं को चुनाव लड़ाने के लिए तैयार किया जाएगा। इससे पहले प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट की अध्यक्षता में हुई टोली बैठक में प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी, खिलेंद्र चौधरी व राजेंद्र बिष्ट, विधायक खजानदास, दायित्वधारी ज्योति प्रसाद गैरोला व रुचि भट्ट उपस्थित रहे।