Dehradun News: देहरादून में शाम को अतिक्रमण हटाने निकली टीम, ठेली संचालकों में मचा हड़कंप
देहरादून में नगर निगम अतिक्रमण के खिलाफ सक्रिय है। सड़कों और फुटपाथ पर बढ़ते अतिक्रमण को देखते हुए रेहड़ी-ठेलियों के खिलाफ शाम को विशेष अभियान चलाया जा रहा है। नगर आयुक्त के आदेश पर निगम की टीमें विभिन्न क्षेत्रों में कार्रवाई कर रही हैं। गांधी पार्क क्षेत्र में कार्रवाई के दौरान ठेली संचालक गायब हो गए। निगम का कहना है कि यह अभियान जारी रहेगा।

जागरण संवाददाता, देहरादून। शहर की सड़कों और फुटपाथ पर बढ़ते अतिक्रमण व ट्रैफिक जाम की समस्या को देखते हुए नगर निगम की ओर से रेहड़ी-ठेलियों के विरुद्ध अतिक्रमण चलाया जा रहा है। हालांकि, अभियान एक माह से चल रहा है। कार्रवाई से बचने के लिए ठेलियां दिन में गायब और शाम को सड़कों पर सज जाती हैं। जिसे देखते हुए नगर आयुक्त नमामी बंसल ने शाम को अभियान चलाने के निर्देश दिए।
सोमवार शाम को नगर निगम की चार टीमें शहर के विभिन्न हिस्सों में उतरीं, जिनमें से एक टीम गांधी पार्क और उसके आसपास के इलाकों में कार्रवाई के लिए पहुंची, जिससे ठेली संचालकों में हड़कंप मच गया। हालांकि, ज्यादातर ठेलियां पहले ही गलियों में दौड़ पड़ीं।
नगर निगम की ओर से अब तक केवल सुबह और दोपहर के समय ही अस्थायी अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाती थी। लेकिन, इन कार्रवाइयों के बाद भी शाम होते ही ठेली संचालक फिर से सड़कों पर कब्जा कर लेते थे। इसी को देखते हुए नगर आयुक्त ने अब शाम छह बजे से विशेष अभियान चलाने का आदेश दिया है, जिससे वास्तविक और स्थायी समाधान निकल सके।
हैरानी की बात यह रही कि गांधी पार्क के पास जहां आमतौर पर शाम होते ही खानपान की अवैध ठेलियां सजी रहती हैं, वहां निगम की टीम के पहुंचने से पहले ही ये ठेलियां गायब हो गईं थीं। इक्का-दुक्का ठेलियां गलियों में मिलीं, जिन पर निगम ने चालान की कार्रवाई की।
टीम के पहुंचने से पहले ही गांधी पार्क और कनक चौक से एस्लेहाल चौक तक की सड़कें पूरी तरह खाली मिलीं, जो सामान्यतः शाम के वक्त ठेलियों और ग्राहकों की भीड़ से पैक रहती हैं। इसने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि कहीं निगम की कार्रवाई की भनक पहले से ही तो नहीं लग गई थी।
अधिकारी सतर्क, आगे भी जारी रहेगा अभियान
नगर निगम अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि यह केवल शुरुआत है। अब रोजाना अलग-अलग रूटों पर शाम के समय भी औचक निरीक्षण किए जाएंगे और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। निगम का मकसद शहर की सड़कों को अतिक्रमण मुक्त बनाना और आम नागरिकों को सुगम आवागमन उपलब्ध कराना है।
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