Dehradun Dam Projects: बांध से पानी छोड़ने पर इसका कितना प्रभाव होगा, बताएंगी एजेंसियां
देहरादून में आपदा प्रबंधन सचिव ने बांध परियोजनाओं से पानी छोड़ने पर पूर्व सूचना देने के निर्देश दिए हैं। बांधों से छोड़े गए पानी के प्रभाव और समय की जानकारी साझा करने को कहा गया है ताकि लोगों को सतर्क किया जा सके। अगस्त-सितंबर में माक ड्रिल आयोजित की जाएगी। सिंचाई विभाग को बाढ़ प्रबंधन पर समग्र कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।

राज्य ब्यूरो, जागरण, देहरादून। प्रदेश में संचालित बांध परियोजनाओं से जब भी पानी छोड़ा जाएगा तो इसकी पूर्व सूचना राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के साथ ही संबंधित जिला प्रशासन से भी अनिवार्य रूप से साझा करनी होगी।
आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने शुक्रवार को सचिवालय में जलविद्युत परियोजनाओं, सिंचाई विभाग, यूजेवीएनएल व केंद्रीय जल आयोग के अधिकारियों के साथ बैठक में यह निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि यह भी स्पष्ट किया जाना चाहिए कि बांध से छोड़ा गया पानी कितने समय में किन-किन क्षेत्रों तक पहुंचेगा और वहां इससे क्या प्रभाव हो सकता है। ताकि, आमजन को समय समय से सतर्क किया जा सके।
आपदा प्रबंधन सचिव ने बांध परियोजनाओं के प्रतिनिधियों से कहा कि वे पूर्व चेतावनी तंत्र के अंतर्गत लगे सेंसर से प्राप्त नदी के जल स्तर और डिस्चार्ज डाटा को एपीआइ के माध्यम से रियल टाइम में आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से साझा किया जाए।
इससे राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के माध्यम से भी जल स्तर पर निगरानी रहेगी। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि सभी एजेंसियां अपनी-अपनी परियोजनाओं के लिए आपातकालीन कार्ययोजना और मानक प्रचालन कार्यविधि शीघ्रता से तैयार कर आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से साझा करने के साथ ही वेबसाइट पर भी प्रदर्शित करें।
इस अवसर पर निर्णय लिया गया कि अगस्त-सितंबर में सभी बांध परियोजनाओं के दृष्टिगत राज्य स्तरीय माक ड्रिल आयोजित की जाएगी। इसके माध्यम से आपदा की स्थिति में तैयारियों को परखा जाएगा। आपदा प्रबंधन सचिव ने सिंचाई विभाग को बाढ़ प्रबंधन पर समग्र कार्ययोजना तैयार करने और इसमें केंद्र सरकार द्वारा जारी एसओपी व आपदा प्रबंधन विभाग के शासनादेशों में उल्लिखित बिंदुओं को अनिवार्य रूप से शामिल करने को कहा।
बैठक में सभी विभागों व एजेंसियों को एक-एक नोडल अधिकारी नामित करने को कहा गया, ताकि आपदा की स्थिति में सूचनाओं के आदान-प्रदान और समन्वय स्थापित करने में आसानी हो। सभी एजेंसियों को यह सुनिश्चित करने को भी कहा गया कि उनकी सभी तकनीकी प्रणालियां सुचारु रूप से कार्य करें।
बैठक में राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रशासन आनंद स्वरूप, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी क्रियान्वयन डीआइजी राजकुमार नेगी, संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहम्मद ओबैदुल्लाह अंसारी सहित सिंचाई विभाग समेत विभिन्न बांध परियोजनाओं और मौसम विभाग के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
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