Dehradaun Disaster: रिस्पना नदी के रौद्र रूप से सहमी 40 हजार की आबादी, मलबा हटाने में जुटा प्रशासन
देहरादून में भारी बारिश के कारण कई क्षेत्रों में आपदा जैसे हालात हैं। रिस्पना नदी के उफान से काठबंगला से रिस्पना पुल तक के इलाकों में दहशत है। सड़कें और पुल मलबे से पट गए हैं जिससे लोगों का संपर्क टूट गया है। कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं और लोग बिजली-पानी की किल्लत से जूझ रहे हैं। प्रशासन मलबा हटाने और राहत कार्य में जुटा है।

जागरण संवाददाता, देहरादून। भारी बारिश के बाद बीते सोमवार रात को उफान पर आई रिस्पना नदी के रौद्र रूप से काठबंगला से रिस्पना पुल तक 40 हजार से अधिक की आबादी अब तक सहमी हुई है। रिस्पना नदी के रौद्र रूप के कारण कई बस्तियों में आपदा के हालात पैदा हो गए।
इंदर रोड, मोहिनी रोड, अधोईवाला, चंदर रोड आदि क्षेत्रों में भारी मात्रा में मलबा सड़कों और पुलों के ऊपर आकर पसर गया। इसके अलावा नदी के आसपास के क्षेत्रों में दो दर्जन से अधिक पुश्ते दरक गए और सड़कों को भारी क्षति पहुंची है।
यही नहीं नदी के आसपास खड़े विद्युत पोल भी गिरने की कगार पर पहुंच गए। कई क्षेत्रों में तो सड़कों पर आवाजाही जोखिमभरी हो गई। चंदर रोड वार्ड में एमडीडीए कालोनी के पास स्थित पुल अभी तक बंद है और यहां प्रशासन की टीम मलबा हटाने में जुटी है।
मोहिनी रोड स्थित पुल का भी यही आलम है। संजय कालोनी और शिवपुरी के निवासियों की आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई है। चंदर रोड को डालनवाला को चंदर रोड से जोड़ने वाला मार्ग बंद है। पूरे क्षेत्र के सैकड़ों लोगों को स्कूल, अस्पताल, बाजार व अपने दफ्तर जाने के लिए दूसरे मार्गों का रुख करना पड़ रहा है, जो कि कई मील अतिरिक्त हैं।
मलिन बस्तियों का किया स्थलीय निरीक्षण
विधानसभा रायपुर क्षेत्र के वार्ड-47 चंदर रोड (एमडीडीए) की मलिन बस्तियों में हुई अतिवृष्टि से भारी नुकसान हुआ। जलभराव और मलबा जमा होने से कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जबकि अनेक अभी भी खतरे की जद में हैं। वहीं, रास्तों के बंद होने से स्थानीय लोग आवागमन में परेशानी झेल रहे हैं और बिजली व पानी की किल्लत से जूझ रहे हैं।
स्थिति का जायजा लेने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, विधायक एवं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता प्रीतम सिंह आदि ने क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया। मौके पर दूरभाष के माध्यम से संबंधित अधिकारियों से बातचीत कर नुकसान के आकलन और राहत-बचाव कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए गए। इस अवसर पर पूर्व महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा, वार्ड पार्षद अजय त्यागी (रॉबिन) समेत अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे।
डालनवाला एमडीडी कालोनी में पुल खोलने का कार्य तेज
बीते सोमवार रात को हुई अतिवृष्टि के कारण डालनवाला एमडीडी कालोनी में मलबा और गाद घरों व सड़कों पर भर जाने से जनजीवन प्रभावित हो गया था। स्थिति को देखते हुए जिलाधिकारी सविन बंसल ने तत्काल कार्रवाई करते हुए एमडीडीए और नगर निगम को मलबा हटाने के निर्देश दिए। जिस पर एमडीडीए और नगर निगम की टीमों ने जेसीबी और श्रमिकों की मदद से युद्ध स्तर पर सफाई कार्य शुरू कर दिया है, ताकि प्रभावित क्षेत्र के लोगों को शीघ्र राहत मिल सके।
आपदा में भी राजनीति हावी
चंदर रोड एमडीडीए कालोनी में भारी बारिश के कारण खासा नुकसान हुआ है और सड़कों पर पुल पर मलबा जमा होने से आवाजाही ठप है। साथ ही घरों और दुकानों में भी मलबा घुसने से नुकसान हुआ है। इस बीच क्षेत्र की उपेक्षा के आरोप भी लग रहे हैं।
वार्ड के पूर्व पार्षद प्रवीन त्यागी का आरोप है कि क्षेत्रीय विधायक की ओर से सहयोग नहीं किया जा रहा है। वार्ड से कांग्रेस का पार्षद होने के कारण सरकारी तंत्र को कार्रवाई से रोकने के आरोप हैं।
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