पीएम रिपोर्ट में उलझी गोली से मरने वाले सिपाही की मौत की गुत्थी
विजिलेंस मुख्यालय में गोली लगने से हुई सिपाही चंद्रवीर के मौत की गुत्थी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद भी उलझी हुई है। यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि गोली सिपाही ने खुद चलाई।
देहरादून, जेएनएन। विजिलेंस मुख्यालय में गोली लगने से हुई सिपाही चंद्रवीर के मौत की गुत्थी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद भी उलझी हुई है। रिपोर्ट में नजदीक से गोली चलने की पुष्टि तो हो गई है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि गोली सिपाही ने खुद चलाई थी या दुर्घटनावश चली थी। ऐसे में अब जांच की दिशा विधि विज्ञान प्रयोगशाला से बैलेस्टिक रिपोर्ट आने के बाद ही तय होगी।
बता दें कि सिपाही चंद्रवीर सिंह पुत्र स्व. करणवीर सिंह निवासी ग्राम सीकू, पोस्ट सीकूखाल पौड़ी गढ़वाल पांच फरवरी से विजिलेंस मुख्यालय में गार्ड के रूप में तैनात था।
बीती शनिवार की भोर में करीब तीन बजे आसपास के लोगों ने संतरी कक्ष से गोली चलने की आवाज सुनी, लेकिन वह कुछ समझ नहीं पाए। इसके चलते इसकी जानकारी मुख्यालय के लोगों को पौ फटने के बाद हुई।
लोगों ने खिड़की से संतरी कक्ष में झांक कर देखा तो चंद्रवीर कुर्सी पर लहूलुहान पड़ा हुआ था और उसकी रायफल भी पास में ही गिरी थी। अधिकारियों की मौजूदगी में संतरी कक्ष का दरवाजा तोड़ा गया। पुलिस के अनुसार गोली रायफल से ही चली है और पेट व सीने के बीच से आर पार हो गई है। गोली लगने से संतरी कक्ष की दीवार में भी गड्ढा हो गया था।
एसपी सिटी श्वेता चौबे ने बताया कि पीएम रिपोर्ट से यह तो स्पष्ट हो गया है कि सिपाही चंद्रवीर की मौत गोली लगने और अंदरुनी अंगों के क्षत-विक्षत होने से हुए अत्यधिक रक्तस्त्राव से हुई है। मगर गोली चलाई गई या दुर्घटनावश चली, इस पर से पर्दा तभी हटेगा जब एफएसएल से बैलेस्टिक रिपोर्ट आएगी।
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