Dehradun Crime: निवेश का झांसा देकर कुवैत में तैनात शेफ से ठगे 30.54 लाख, इस तरह लगाया चूना
कोटद्वार के एक व्यक्ति को कुवैत में शेफ की नौकरी करते हुए साइबर अपराधियों ने मोटा मुनाफा कमाने का लालच देकर 30.54 लाख रुपये की ठगी की। ठगों ने उन्हें एक वाट्सएप ग्रुप में जोड़ा और शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए कहा। पीड़ित ने गोल्ड लोन लेकर पैसे निवेश किए लेकिन वे मुनाफा नहीं निकाल पाए और ठगी का शिकार हो गए।

जागरण संवाददाता, देहरादून। मोटा मुनाफा कमाने का झांसा देकर साइबर ने कोटद्वार के युवक को 30.54 लाख रुपये चपत लगा दी। पीड़ित कुवैत में शेफ का काम करता है।
ठगों ने उन्हें वाट्सएप ग्रुप में जोड़कर ठगी की घटना को अंजाम दिया। इस मामले में साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में मुकदमा दर्ज किया गया है। योगेंद्र रावत निवासी कोटद्वार उमरावनगर जिला पौड़ी गढ़वाल ने बताया कि वह कुवैत में शेफ के पद पर कार्यरत है।
उन्होंने बताया कि अज्ञात व्यक्ति ने अज्ञात व्यक्ति ने उन्हें निवेश संबंधी फेसबुक पर लिंक भेजा। लिंक पर क्लिक करने के बाद वह एक वाट्सएप ग्रुप में जुड़ गए। सात जुलाई को वाट्सएप पर स्नेहा सरदा नामक महिला ने उनसे बात की और कहा कि यह मार्केटिंग एप है।
पहले हमें आपका अकाउंट खोलना पड़ेगा इसके लिए आप अपना आधार कार्ड एड करके स्वयं ओपन करो। खाता खुलने के बाद वाट्सएप से जुड़े अन्य लोग उनसे मैसेज करने लगे और विभिन्न उत्पाद खरीदने का शेयर मार्केट में निवेश करवाने लगे।
पीड़ित ने बताया कि 15 जुलाई उन्होंने 10 हजार रुपये निवेश किए जिससे उन्हें पांच हजार रुपये का मुनाफा हुआ। मुनाफा की राशि वह निकाल नहीं पाया। 22 जुलाई को उन्होंने 55 हजार रुपये का निवेश किया जिससे उन्हें अधिक मुनाफा हुआ। साइबर ठग मुनाफे की रकम अपने सिस्टम पर ही दिखाते थे।
इसके बाद थीना मित्रान नामक महिला ने कहा कि क्या छोटी-छोटी रकम डाल रहे हो बड़ी रकम डालो ताकि अधिक मुनाफा होगा। वह लगातार निवेश करते रहे। ठगों ने उनसे कहा कि आइपीओ में 200-300 प्रतिशत का मुनाफा होने का अवसर है यदि आप अधिक रकम लगाते हो तो तुम्हे उतनी अधिक रकम मिलेगी। ठगों के झांसे में आकर उन्होंने 18 लाख रुपये एक साथ लगाए।
धीरे-धीरे करके साइबर ठगों ने उन्हें विभिन्न तिथियों में 30.54 लाख रुपये निवेश करवा दिए, जिससे मुनाफा डेढ़ करोड़ रुपये दिखा रहा था, लेकिन वह रकम निकाल नहीं पाए, जिसके बाद उन्हें ठगी का एहसास हुआ। पीड़ित ने बताया कि निवेश के लिए उन्होंने गोल्ड लोन लेकर सारी रकम लगा दी। सभी खाते पूरी तरह से खाली होने के बाद उन्हें ठगी का अंदेशा हुआ।
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