Cyber Fraud: देहरादून में 29 लाख रुपये की ठगी करने वाला नाइजीरियन गिरफ्तार, साइबर कमांडो ने दिल्ली से दबोचा
देहरादून में एक व्यक्ति को पार्सल भेजने का झांसा देकर 28.98 लाख रुपये की साइबर ठगी करने वाले नाइजीरियाई साइबर ठग को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया। साइबर कमांडो ने आरोपी कालिनस उगोचुकवु न्वाएमुका को गिरफ्तार किया जो नाइजीरिया का निवासी है। उसने फेसबुक पर दोस्ती करके नकली पार्सल भेजने के बहाने से धोखाधड़ी की। एसटीएफ अब आरोपी की जानकारी I4C पोर्टल पर अपलोड करेगी।

जागरण संवाददाता, देहरादून। पार्सल भेजने का झांसा देकर दून के व्यक्ति से 28.98 लाख रुपये की साइबर ठगी करने वाले साइबर ठग नाइजीरियन को दिल्ली से गिरफ्तार किया है।साइबर ठग को साइबर कमांडों ने गिरफ्तार किया है। साइबर ठग की पहचान कालिनस उगोचुकवु न्वाएमुका निवासी आइएमओ राज्य नाइजीरिया के रूप में हुई है।
उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स नाइजीरियन की इंडियन साइबर क्राइम कोआर्डिनेशन सेंटर (आइ4सी) पोर्टल पर आरोपित के संबंध में सारी जानकारी अपलोड करेगी ताकि ठग ने यदि अन्य राज्यों में भी साइबर ठगी की घटना को अंजाम दिया होगा तो उसका आसानी से पता चल सकेगा।एसएसपी एसटीएफ नवनीत भुल्लर ने बताया कि दून निवासी व्यक्ति ने जुलाई माह में शिकायत दर्ज कराई कि फेसबुक पर एक महिला ने स्वयं को एक नामी फार्मा कंपनी की सीनियर मैनेजर बताते हुए दोस्ती की।
विश्वास जीतकर उसने नकली पार्सल भेजने का बहाना बनाया और फ्लोटा लाजिस्टिक्स के नाम पर कस्टम स्कैनिंग, गोल्ड लाइसेंस, करेंसी कन्वर्ज़न, जीएसटी, बीमा, क्लियरेंस और अन्य शुल्कों के बहाने से लगातार आनलाइन भुगतान करवाए। पीड़ित को साइबर धोखाधड़ी का अंदेशा नहीं हो पाया, जिससे पीड़ित ने विभिन्न बैंक खातों में कई किस्तों में 24.88 लाख रुपये साइबर ठगी की ओर से दिए गए खातों में स्थानांतरित कर दिए।
इसके बाद राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा अधिकारियों और नकली पुलिसकर्मियों ने फर्जी केस निपटाने, नाम हटाने और फाइल आगे बढ़ाने के बहाने से उनसे अतिरिक्त 4.10 लाख रुपये प्राप्त किए। आरोपितों ने अनेक फर्जी मोबाइल नंबर, बैंक खाते और सरकारी पदनामों का दुरुपयोग करते हुए प्रलोभन एवं दबाव के माध्यम से पीड़ित को निशाना बनाकर संगठित साइबर धोखाधड़ी से कुल 28.98 लाख रुपये की धोखाधड़ी की। इस मामले में साइबर थाने में अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया।
प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए विवेचना निरीक्षक आशीष गुसांई (साइबर कमांडो) को सौंपी गई। पुलिस ने घटना में इस्तेमाल मोबाइल नंबर, बैंक खातों, वाट्सएप चैट, फेसबुक मैसेंजर वार्तालाप, पार्सल ट्रैकिंग डोमेन एवं संबंधित डिजिटल माध्यमों की जानकारी प्राप्त करते हुए आरोपित कालिनस उगोचुकवु न्वाएमुका को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया।
प्रारंभिक पूछताछ में पता चला कि आरोपित ने साइबर अपराध के लिए जिन बैंक खातों का प्रयोग किया उसमें मात्र कुछ माह में ही करोड़ों रुपयों का लेन-देन हुआ है। जांच में यह भी प्रकाश में आया है कि साइबर ठग के विरुद्ध देश के कई राज्यों में साइबर ठगी के मुकदमे दर्ज हैं। इस संबंध में अन्य राज्यों की पुलिस के साथ संपर्क किया जा रहा है। आरोपित के पास से 15 मोबाइल फोन, एटीएम कार्ड, 10 सिम कार्ड, दो पासपोर्ट व अन्य सामान बरामद हुआ है।
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