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    Cyber Police Station: उत्‍तराखंड के इन दो जिलों में खुलेंगे साइबर थाना, शासन को भेजा प्रस्ताव

    Updated: Fri, 22 Aug 2025 02:15 PM (IST)

    उत्तराखंड में साइबर अपराधों में वृद्धि को देखते हुए हरिद्वार और नैनीताल में जल्द ही साइबर थाने खोले जाएंगे। पुलिस विभाग ने शासन को प्रस्ताव भेजा है। वर्तमान में केवल देहरादून और ऊधमसिंहनगर में ही साइबर थाने हैं। साइबर अपराध पुलिस के लिए चुनौती बन गया है क्योंकि ठगी की रकम की वसूली दर कम है। साइबर सेल की स्थिति भी चिंताजनक है क्योंकि वहां कार्रवाई सीमित है।

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    अभी देहरादून और ऊधमसिंहनगर में खुल पाए हैं थाने. Concept Photo

    सोबन सिंह गुसांई, जागरण देहरादून । तेजी से बढ़ रहे साइबर अपराध को देखते हुए प्रदेश के दो जिलों हरिद्वार व नैनीताल में जल्द ही साइबर थाना खुलेगा। पुलिस विभाग की ओर से इस संबंध में शासन को प्रस्ताव तैयार कर भेज दिया है।

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    प्रदेश के सभी जिलों में साइबर थाने की योजना है, पहले चरण में दो बड़े जिलों में साइबर थाना खुलेगा, जिसके बाद साइबर के केसों के आधार पर थाने खोलने का प्रस्ताव तैयार होगा। अभी केवल देहरादून व उधमसिंहनगर के रुद्रपुर में ही साइबर थाने हैं।

    बढ़ता साइबर अपराध पुलिस के लिए चुनौती बना है। जिस तेजी से केस सामने आ रहे हैं, उस हिसाब से वर्कआउट नहीं हो पा रहे हैं। इसका एक कारण यह भी है कि देहरादून व रुद्रपुर स्थित साइबर थानों में जन शक्ति क्षमता से काफी कम है। साइबर थाना पुलिस साइबर ठगों को गिरफ्तार तो कर रही है, लेकिन रकम वापसी का ग्राफ काफी कम है। वर्ष 2021 में 11.4 करोड़ की साइबर ठगी हुई। शिकायत करने के बाद पुलिस केवल 1.18 रुपये ही बचा पाई।

    इसी तरह वर्ष 2022 में 40 करोड़ की ठगी हुई इसमें से 2.44 करोड़ ही बच सके, 2023 में 69 करोड़ की साइबर ठगी हुई जिसमें से 7.31 करोड़ पुलिस ने बचाए। वहीं वर्ष 2024 में ठगी का आंकड़ा एकदम से बढ़कर 167 करोड़ रुपये पहुंचा, लेकिन पुलिस 29.51 करोड़ रुपये ही बचा पाई। इस वर्ष जुलाई माह तक 84 करोड़ की साइबर ठगी हो चुकी है जिसमें से 12.08 करोड़ बचाए जा सके हैं।

    साइबर सेल की स्थिति चिंताजनक

    पुलिस विभाग की ओर से हर जिले में साइबर सेल तो खोले हैं, लेकिन यहां पर कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति हो रही है। कहने को तो साइबर सेल की जिम्मेदारी निरीक्षक व दारोगा स्तर के अधिकारी को दी गई है, लेकिन यहां पर कार्रवाई केवल शिकायत दर्ज करने तक ही सीमित रहती है। इसका एक बड़ा कारण यह भी है कि यहां पर तैनात स्टाफ की ड्यूटी कई बार मेला, कानून व्यवस्था व धरना प्रदर्शन में लगाई जाती है।

    बढ़ते साइबर अपराध को देखते हुए प्रदेश के सभी जिलों में साइबर थाने खोले जाने हैं। पहले चरण में हरिद्वार व नैनीताल जिले में साइबर थाने खुलेंगे, जिसका प्रस्ताव शासन को भेज दिया गया है। - नवनीत भुल्लर, एसएसपी एसटीएफ