उत्तराखंड में धर्मांतरण के अंतरराष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश, आतंकी संगठनों के साथ भी कनेक्शन
देहरादून पुलिस ने ऑपरेशन कालनेमि के तहत बांग्लादेशी नागरिकों और धर्मांतरण गिरोह का पर्दाफाश किया। पाकिस्तान से संचालित यह गिरोह भोली-भाली हिंदू युवतियों का धर्मांतरण करवाता था। पुलिस ने दो युवतियों को धर्मांतरण से बचाया और कई आरोपियों को गिरफ्तार किया। जांच में आतंकी संगठनों के साथ संबंध भी सामने आए हैं। पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है।

जागरण संवाददाता, देहरादून। आपरेशन कालनेमि के तहत पुलिस ने न सिर्फ लंबे समय से देहरादून व हरिद्वार में रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा बल्कि धर्मांतरण करवा रहे अंतरराष्ट्रीय गिरोह का भी पर्दाफाश किया।
अभियान के दौरान दून पुलिस ने देश-विदेश में बैठे ढोंगियों की पहचान करते हुए दो युवतियों को धर्मांतरण होने से बचाया। यह गिरोह पाकिस्तान से संचालित था और जांच में सामने आया कि गिरोह से आतंकी संगठन भी जुड़ा हुआ है। पुलिस इस गिरोह में सक्रिय अन्य आरोपितों की तलाश में जुटी हुई है।
बंगाली डाक्टर के रूप में काम कर रहा था बांग्लादेशी
सेलाकुई में अपनी पहचान छिपाकर बंगाली डाक्टर के रूप में काम कर रहे बांग्लादेशी नागरिक को दून पुलिस ने गिरफ्तार किया।31 अगस्त को पुलिस को सूचना मिली कि सेलाकुई में एक बांग्लादेशी नागरिक के पहचान बदलकर अवैध रूप से रहने की सूचना प्राप्त हुई। सूचना पर एलआइयू ने गोपनीय जांच कर राम कैंचीवाला धूमनगर चौक सेलाकुई से एक बंगाली डाक्टर अमित कुमार को हिरासत में लिया। पूछताछ में पता चला कि उसका असली नाम चयन अधिकारी है और वह बांग्लादेश का रहने वाला है।
पहचान छिपाकर हिंदू युवतियों जाल में फंसा रहा था इफराज
पहचान छिपाकर लड़कियों को अपने जाल में फंसाने वाले आरोपी इफराज अहमद निवासी अनंतनाग जम्मू वर्तमान निवासी डीबीएस कालेज सेलाकुई को गिरफ़्तार किया। वह पहचान व धर्म छिपाकर स्वयं को बहुत अमीर बताते हुए लड़कियों को अपने प्रेम जाल में फंसा रहा था, को आपेरशन कालनेमि के तहत हिरासत में लिया गया। आरोपी की पत्नी नाजरीन निवासी शेरपुर थाना सहसपुर ने ही इसकी शिकायत दी।
धर्म परिवर्तन के अंतरराष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश
प्रशांत कुमार निवासी इज्जत नगर बरेली ने प्रेमनगर थाने में तहरीर दी कि आगरा में कुछ लोगों को पुलिस ने धर्मांतरण के अपराध में गिरफ्तार किया है, जिनके संपर्क में उनकी बहन भी थी। दून पुलिस ने युवती की कांउसलिंग। युवती ने बताया कि इंटरनेट मीडिया के माध्यम से किसी आशिया उर्फ कृष्णा से जान पहचान हुई, जोकि लड़कियों को अपना धर्म परिवर्तन कर मुस्लिम धर्म अपनाने के लिए प्रलोभन देती थी।
पैसों का लालच देकर युवती को जाल में फंसाया
रानीपोखरी निवासी राजकुमार ने पुलिस को बताया कि उनकी 21 वर्षीय बेटी पिछले कुछ समय से अजीब व्यवहार कर रही है। पूछताछ में पता चला कि कुछ मुस्लिम लड़के व लड़कियां जबरन उनकी बेटी सृष्टि बजाज को बहला फुसलाकर धर्म परिवर्तन कर मुस्लिम बनाना चाहते हैं, जिसके लिए उनकी बेटी को पैसे व अन्य तरह के लालच दे रहे हैं। जांच में बिरसा मुंडा का नाम सामने आया जोकि सेंट्रल जेल रांची झारखंड में बंद है और वह हिज्ब उत ताहिर संगठन से जुड़ा है।
फर्जी आइएएस बताकर ठगी करने वाला गिरफ्तार
दो अगस्त को टिहरी गढवाल पुलिस शाशिचंद प्रजापति निवासी सराय शेरखा पोस्ट जमताली थाना रानीगंज जिला प्रतापगढ वर्तमान निवासी हरवारा घीमगंज जिला प्रयागराज उत्तर प्रदेश को गिरफ्तार किया। आरोपी खुद को आइएएस अधिकारी बताते हुए कस्बा कैंपटी में निर्माणाधीन गेस्ट हाउस का नक्शा पास कराने के नाम पर 2.55 रुपए की ठगी कर रहा था। उसके खिलाफ थाना कैंपटी में मुकदमा दर्ज किया गया है।
साधु छद्म भेष में घूम रहा बांग्लादेशी नागिरक गिरफ्तार
आपरेशन कालनेमि के तहत चलाए गए सत्यापन अभियान में दून पुलिस ने ग्राम लक्ष्मीपुर चोरखाला सहसपुर से एक व्यक्ति जोकि अर्ध नग्न अवस्था में शनि दान बाबा के भेष में बैठा हुआ था, को पकड़ा। गया। सख्ती से पूछताछ करने पर उसने अपना नाम रुकन रकब उर्फ शाहआलम निवासी गांव व थाना सखीपुर जिला तंगइल, बांग्लादेश होना बताया। फिंगर प्रिंट व दूतावास के माध्यम से व्यक्ति के बांग्लादेशी नागरिक होने के पुष्टि हुई
चमत्कारी उपचार की बात कह ठगी करने वाले दो त्रांतिक को पकड़े
22 अगस्त को हरिद्वार पुलिस ने तांत्रिक विक्रम निवासी जैतपुर, लक्सर और तांत्रिक संदीप कुमार निवासी दाबकी कला, लक्सर को गिरफ्तार किया। ढोंगियों ने एक लाख रुपये लेकर समस्या दूर करने व औषधि व चमत्कारी उपचार करने के नाम पर धोखाधड़ी कर पैसे हड़प लिए थे। उनके पास से दो चाकू भी बरामद किए। पूछताछ में पता चला कि वह कई अन्य कई लोगों को भी चमत्कार प्रलोभन देकर अपना निशाना बना चुके हैं।
कलियर उर्स में पहुंचे बांग्लादेशी को दबोचा
कलियर उर्स में पूर्व में बांग्लादेशी नागरिकों के आने की सूचना पुलिस को मिली थी। एलआइयू की ओर से सत्यापन अभियान चलाया गया। सत्यापन की कार्यवाही के दौरान 26 अगस्त को बंगाली भाषा बोलने वाले मोहम्मद युसुफ निवासी कलैया थाना इंदूर कानी जिला बेरिसाल बांग्लादेश को चिन्हित किया गया। सत्यापन के दौरान एक पूर्व सजायाफ्ता बांग्लादेशी मोहम्मद उज्जल निवासी मासिमपुर जनपद सुनमगंज बांग्लादेश को जेल भेजा गया। दोनों को डिपोर्ट किया गया।
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