Coronavirus: दून अस्पताल में नई दवा मिलेगी कोरोना संक्रमितों को
दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कोरोना संक्रमितों के इलाज में अब रेमडेसिविर एवं फेविपिराविर दवा का इस्तेमाल किया जाएगा। दवा की पहली खेप अस्पताल को जल्द मिलने वाली है।
देहरादून, जेएनएन। दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कोरोना संक्रमितों के इलाज में अब रेमडेसिविर एवं फेविपिराविर दवा का इस्तेमाल किया जाएगा। दवा की पहली खेप अस्पताल को जल्द मिलने वाली है। अस्पताल प्रशासन ने दवा का ऑर्डर कर दिया है।
दरअसल, कोरोना के इलाज के लिए अब तक कोई प्रमाणिक दवा अथवा वैक्सीन नहीं है। पर अब तक जिन दवाओं का प्रयोग किया जा रहा है उनमें कुछ के परिणाम सकारात्मक आए हैं। हाइड्रोक्लोरोक्वीन के बाद अब रेमडेसिविर व फेविपिराविर भी इलाज में कारगर साबित हुई है। ऐसे में दून मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने भी यह दवा मंगवा ली है। प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना ने बताया कि फेविपिराविर बिना लक्षण या फिर कम लक्षण वाले मरीजों को दी जाती है।
दवा का दो सप्ताह का कोर्स है। बाजार में यह दवा महंगी है, पर अस्पताल में मरीजों को यह निश्शुल्क दी जाएगी। उन्होंने बताया कि यह ओरल एंटीवायरल दवा है, जिसके साथ आइवरमेक्टिन, मल्टीविटामिन व एरिथ्रोमाइसिन भी मरीज को दी जाती है। वैसे इसके साइड इफेक्ट ज्यादा नहीं हैं। पर कुछ मरीजों में दवा लेने के बाद जी घबराना, ब्लड काउंट कम होना जैसे लक्षण दिख सकते हैं। गर्भवती व 12 साल से कम उम्र के बच्चों को यह दवा नहीं दी जाती है। इसके अलावा गंभीर मरीजों के लिए रेमडेसिविर का प्रयोग किया जाएगा। रेमडेसिविर के हर दिन दो इंजेक्शन दिए जाते हैं और यह पांच दिन का कोर्स है। इस इंजेक्शन की बाजार में कीमत पांच हजार रुपये है।
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रायपुर अस्पताल को मिला स्थायी रेडियोलॉजिस्ट
रायपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को अर्से बाद स्थायी रेडियोलॉजिस्ट मिल गया है। जनपद उत्तरकाशी से स्थानांतरित वरिष्ठ रेडियोलॉजिस्ट डॉ. एसपी कुड़ियाल ने अस्पताल में सेवाएं देनी भी शुरू कर दी हैं। अस्पताल के रेडियोलॉजिस्ट एवं एनेस्थेटिस्ट डॉ. केएस चौहान का करीब नौ माह पूर्व मसूरी तबादला कर दिया गया था। उसके बाद से अस्पताल में अल्ट्रासाउंड और ऑपरेशन नहीं हो पा रहे थे। स्वास्थ्य महानिदेशालय ने पिछले माह मसूरी से डॉ. चौहान को हफ्ते में तीन दिन रायपुर अस्पताल में सेवाएं देने के निर्देश दिए थे। रायपुर अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आनंद शुक्ला के अनुसार स्थायी रेडियोलॉजिस्ट से मरीजों के लिए सुविधा रहेगी। डॉ. चौहान भी तीन दिन अस्पताल को सेवाएं देते रहेंगे।
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