Corona Alert: देहरादून में कोरोना के पांच नए मामले, स्वास्थ्य विभाग में मचा हड़कंप
उत्तराखंड में कोरोना के पांच नए मामले सामने आने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। संक्रमितों में बेंगलुरु और हैदराबाद से लौटे लोग शामिल हैं। श्री महंत इंदिरेश अस्पताल और एम्स ऋषिकेश में भी मामले मिले हैं। विभाग ने सभी जिलों को अलर्ट पर रखा है और टेस्टिंग बढ़ाने की तैयारी कर रहा है। बुजुर्गों और बीमार लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।

जागरण संवाददाता, देहरादून। देशभर में एक बार फिर कोरोना वायरस अपने पांव पसारने लगा है और उत्तराखंड भी इससे अछूता नहीं है। राज्य में कोरोना संक्रमण के पांच नए मामले सामने आए हैं, जिससे स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है, लेकिन एहतियातन सतर्कता बढ़ा दी गई है।
दो संक्रमितों की ट्रैवल हिस्ट्री
स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार, संक्रमितों में एक युवती हाल ही में बेंगलुरु से लौटी थी, जबकि एक युवक हैदराबाद से वापस आया है। दोनों ने देहरादून स्थित अलग-अलग निजी लैब में अपनी जांच कराई थी, जहां उनकी रिपोर्ट पाजिटिव आई है। संक्रमण की पुष्टि होते ही स्वास्थ्य विभाग ने संबंधित क्षेत्रों में सतर्कता बढ़ा दी है।
श्री महंत इंदिरेश अस्पताल व एम्स ऋषिकेश में भी मिले केस
श्री महंत इंदिरेश अस्पताल में माजरा निवासी एक व्यक्ति की रिपोर्ट पाजिटिव आई है। वहीं, एम्स ऋषिकेश में दो नए मामले सामने आए हैं। इनमें एक स्टाफ नर्स शामिल है, जो पहले संक्रमित मिली चिकित्सक के संपर्क में आई थी। यह चिकित्सक भी हाल ही में बेंगलुरु से लौटी थी। इसके अलावा एम्स में भर्ती बिजनौर निवासी एक अन्य व्यक्ति में भी संक्रमण की पुष्टि हुई है।
स्थिति नियंत्रण में, पर विभाग अलर्ट
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार सभी नए संक्रमित मरीजों की स्थिति सामान्य बनी हुई है और किसी को गंभीर लक्षण नहीं हैं। हालांकि, विभाग पूरी सतर्कता बरत रहा है और सभी जिलों को अलर्ट पर रखा गया है। स्वास्थ्य सचिव डा. आर. राजेश कुमार ने बताया कि संक्रमण का कारण कौना सा वेरिएंट है, इसका पता जीनोम सीक्वेंसिंग से लगाया जाएगा। इससे यह साफ हो जाएगा कि क्या कोई नया वेरिएंट सक्रिय है या फिर यह पहले से मौजूद ओमिक्रान या एक्सबीबी वेरिएंट की ही पुनरावृत्ति है।
सर्विलांस बढ़ा, टेस्टिंग दर में भी इजाफे की तैयारी
स्वास्थ्य विभाग ने राज्यभर की सर्विलांस टीमों को सक्रिय कर दिया है। संदिग्ध मामलों की पहचान व ट्रैकिंग पर विशेष जोर दिया जा रहा है। इसके साथ ही कोविड टेस्टिंग दर बढ़ाने की योजना पर भी विचार किया जा रहा है। सरकारी अस्पतालों में आक्सीजन, दवा व अन्य संसाधनों की उपलब्धता की समीक्षा की जा रही है। जरूरत पड़ने पर फिर से कोविड कंट्रोल रूम सक्रिय किए जा सकते हैं।
बुजुर्गों और बीमार लोगों को सावधानी बरतने की सलाह
जिला चिकित्सालय के वरिष्ठ फिजिशियन डा. प्रवीण पंवार ने कहा है कि इस समय बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और पहले से बीमार लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए। उन्होंने कहा, संक्रमण भले ही मामूली लग रहा हो, लेकिन यह हमें फिर से सजग रहने का संकेत दे रहा है। अब समय आ गया है कि हम फिर से मास्क पहनें, भीड़भाड़ से बचें और अपनी व अपनों की सुरक्षा को प्राथमिकता दें।
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