उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस की नई कार्यकारिणी गठन पर बढ़ी रार
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह के सामने गुटीय खींचतान पर काबू पाने के साथ ही प्रदेश की नई कार्यकारिणी के गठन में दिग्गजों के बीच संतुलन साधने की चुनौती भी है।
देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: प्रदेश कांग्रेस की नई कार्यकारिणी के गठन के साथ पार्टी के भीतर रार बढ़ेगी या पार्टी एकजुट होकर मौजूदा चुनौतियों का मुकाबला करेगी, इसे लेकर पार्टी के भीतर ही आशंकाएं बनी हुई हैं। पार्टी नेताओं के बीच खींचतान गाहे-बगाहे तल्ख बयानबाजी का रूप भी ले रही है, उससे इन आशंकाओं को और बल मिल रहा है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह के सामने गुटीय खींचतान पर काबू पाने के साथ ही प्रदेश की नई कार्यकारिणी के गठन में दिग्गजों के बीच संतुलन साधने की चुनौती भी है। हालांकि शुक्रवार को दिल्ली पहुंचे प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह की कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात नहीं हो पाई।
प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में कमान संभालने के तकरीबन सवा साल बाद प्रीतम सिंह अब अपनी नई कार्यकारिणी के गठन की कवायद में जुट गए हैं। हालांकि लंबे अरसे बाद नई कार्यकारिणी के गठन के लिए हो रही इस कसरत के मौके पर प्रदेश में पार्टी के दिग्गजों के बीच अविश्वास की खाई कम होने के बजाय और चौड़ी हो गई है।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश के हालिया बयानों ने उनके बीच तल्खी और बढ़ा दी है। वहीं पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय खुद को अलग-थलग महसूस कर रहे हैं। यह दीगर बात है कि बीते दिनों पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के साथ बैठक में दोनों नेताओं ने गले-शिकवे भूलकर प्रदेश में पार्टी की दशा-दिशा को लेकर भी चर्चा की।
हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर दून पहुंचने के दौरान किशोर उपाध्याय ने राज्यवासियों के हक-हकूकों के मुद्दों को लेकर प्रधानमंत्री से मिलने को कूच किया, लेकिन किशोर इस कार्यक्रम से प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के दूरी बनाने से अंदरखाने आहत दिखाई दिए। पार्टी सूत्रों की मानें तो किशोर प्रदेश की नई कार्यकारिणी के गठन को लेकर प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह की ओर से राय-मशविरा नहीं किए जाने से भी खफा हैं।
हालांकि, संपर्क करने पर किशोर उपाध्याय ने किसी तरह की नाराजगी से इन्कार किया। साथ ही यह भी कहा कि प्रदेश की नई बनने वाली कार्यकारिणी में सक्रिय और निष्ठावान कार्यकर्ताओं की उपेक्षा नहीं होनी चाहिए।
कांग्रेस में दिग्गजों के बीच चल रहे इस खेल में यह भी साफ हो गया है कि प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह को नई कार्यकारिणी बनाने में काफी मशक्कत करनी पड़ेगी। शुक्रवार को दिल्ली पहुंचे प्रीतम सिंह की कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात नहीं हो पाई। बताया गया कि राहुल के विदेश दौरे पर जाने की वजह से यह मुलाकात अब आने वाले दिनों में होगी। अलबत्ता, प्रदेश अध्यक्ष पार्टी के अन्य केंद्रीय नेताओं से मुलाकात कर नई कार्यकारिणी के गठन के मसले पर चर्चा होने की उम्मीद है।
खंडूड़ी से मिले प्रीतम सिंह
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने भाजपा के गढ़वाल सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री भुवनचंद्र खंडूड़ी से दिल्ली स्थित उनके आवास पर मुलाकात कर उनके स्वास्थ्य की मालूमात की। गौरतलब है कि सांसद खंडूड़ी ने हाल ही में पेसमेकर लगाया है। इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष एसपी सिंह इंजीनियर, महामंत्री विजय सारस्वत, मुख्य प्रचार समन्वयक धीरेंद्र प्रताप व राजेश पैन्यूली मौजूद थे।
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