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    उत्‍तराखंड : गढ़वाल दौरे से लौटे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने चारधाम यात्रा पर खड़े किए सवाल, सरकार को घेरा

    By Nirmala BohraEdited By:
    Updated: Mon, 09 May 2022 01:52 PM (IST)

    करन माहरा 12 दिन के गढ़वाल दौरे के बाद देहरादून लौट चुके हैं। उन्‍होंने चारधाम यात्रा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं। माहरा ने बदरीनाथ धाम में मास्टर प्लान से स्थानीय व्यक्तियों को होने वाली कठिनाई को लेकर राज्‍य सरकार को घेरा।

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    गढ़वाल दौरे से लौटे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा

    राज्‍य ब्‍यूरो, देहरादून : प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने चारधाम यात्रा को लेकर सरकार की तैयारियों पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि यात्रा को लेकर सरकार के दावे खोखले हैं। चारधामों और यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य सुविधाएं लचर हैं।

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    प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में गढ़वाल दौरे से लौटे करन माहरा ने कहा कि चारधाम में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहां चिकित्सकों के शिविर लगने चाहिए। कई यात्रियों की स्वास्थ्य कारणों से मृत्यु हुई है।

    यात्रा मार्गों की हालत खराब है। कई स्थानों पर भूस्खलन हो रहा है। सड़कों पर पत्थर आने से यात्रियों को कठिनाई उठानी पड़ रही है। शौचालयों की व्यवस्था दुरुस्त नहीं है। उन्होंने कहा कि चारधाम में गरीब श्रद्धालुओं के लिए रैन बसेरों की व्यवस्था की जानी चाहिए। उनके रात्रि में ठहरने की व्यवस्था नहीं है।

    केदारनाथ-बदरीनाथ में बिजली आपूर्ति पर सवाल

    प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष माहरा ने केदारनाथ और बदरीनाथ धाम में बिजली आपूर्ति व्यवस्था पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि केदारनाथ कपाट खुलने के दौरान विद्युत आपूर्ति बाधित रही। बदरीनाथ धाम में कपाट खुलने से दो दिन पहले तक बिजली और पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था बदहाल रही। बदरीनाथ के मास्टर प्लान पर उन्होंने कहा कि धाम को सुंदर बनाने का यह कार्य अच्छा है, लेकिन स्थानीय दुकानदारों और निवासियों की दुकानों और भवनों को बगैर सूचना दिए तोड़ा गया है।

    गलत था जोत सिंह बिष्ट को क्षमा दान वरिष्ठ नेता जोत सिंह बिष्ट के पार्टी छोडऩे के बारे में उन्होंने कहा कि उपचुनाव के अवसर पर बिष्ट का यह कदम शक पैदा करता है। पार्टी ने उन्हें दो बार विधायक बनने का अवसर दिया। उन्हें प्रत्याशी बनाया गया। पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के विरोध में चुनाव लडऩे के बावजूद उन्हें क्षमा दान दिया गया। यह गलत निर्णय था।

    चम्पावत में कई कांग्रेस नेताओं के पार्टी छोडऩे के संबंध में उन्होंने कहा कि मौका परस्त ही ऐसा कदम उठाते हैं। उन्होंने कहा कि निर्मला गहतोड़ी को कमजोर प्रत्याशी बताना भूल है। कांग्रेस किसी भी सूरत में भाजपा को वाकओवर देने नहीं जा रही है। निर्मला लंबे समय से पार्टी टिकट की दावेदार रही हैं। पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल की सहमति से उन्हें प्रत्याशी बनाया गया है।