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    पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के भाजपा पर खनन फंड से राजनीति चलाने का आरोप, ईडी जांच की मांग

    Updated: Fri, 22 Aug 2025 07:13 PM (IST)

    वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत ने भाजपा पर खनन कारोबार से धन जुटाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने खनन कारोबारियों से 30 करोड़ रुपये की एफडी बनवाई। भाजपा ने इन आरोपों को निराधार बताया है और कहा कि यह हरक सिंह रावत की राजनीतिक साख बचाने की कोशिश है। भाजपा का कहना है कि कांग्रेस खुद भ्रष्टाचार में डूबी हुई है।

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    हरक सिंह रावत ने भाजपा पर लगाया खनन कारोबार से धन जुटाने का आरोप। फाइल

    राज्य ब्यूरो, जागरण, देहरादून। वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने खनन को लेकर भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि पार्टी खनन कारोबार से जुटाए गए पैसों से राजनीति और कार्यक्रम चला रही है।

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    मीडिया से बातचीत में हरक सिंह ने आरोप लगाया कि भाजपा ने 30 करोड़ रुपये की एफडी खनन कारोबारियों के पैसे से बनाई है।

    उन्होंने कहा कि रामनगर क्षेत्र के खनन कारोबारियों से उन्होंने स्वयं भी प्रदेश की भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहते हुए करीब 10-10 लाख रुपये जुटाए और कुल मिलाकर एक करोड़ रुपये से अधिक राशि भाजपा के खाते में जमा कराई। हरक सिंह का कहना है कि उस समय उन्होंने पार्टी हित में यह योगदान दिलवाया था, लेकिन अब वह इसे गलत मानते हैं और सच्चाई सामने लाना चाहते हैं।

    उन्होंने मांग की कि इस पूरे मामले की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से जांच हो, ताकि भाजपा के नेताओं की असलियत सामने आ सके। अगर ईडी निष्पक्ष जांच करे तो भाजपा के कई बड़े नेताओं को जेल की हवा खानी पड़ेगी। उन्होंंने यहां तक कहा कि इसके लिए वह भी दोषी हैं। उनके इस बयान की भी ईडी जांच करे।

    राजनीतिक साख बचाने को हरक ले रहे झूठे आरोपों का सहारा : भट्ट

    देहरादून : भाजपा ने पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत के आरोपों को पूरी तरह खारिज करते हुए इसे उनकी राजनीतिक साख बचाने की नाकाम कोशिश बताया है। प्रदेश अध्यक्ष व राज्य सभा सदस्य महेंद्र भट्ट ने तंज कसते हुए कहा कि यह सब कांग्रेस में प्रदेश अध्यक्ष बनने की होड़ का हिस्सा है।

    यदि आरोपों में तनिक भी सच्चाई होती तो हरक पहले अदालत का दरवाजा खटखटाते, लेकिन ऐसा न कर वे केवल मीडिया में सुर्खियां बटोरना चाहते हैं। भट्ट ने स्पष्ट किया कि भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों में घिरे और कई दलों की परिक्रमा कर चुके नेताओं की विश्वसनीयता जनता और भाजपा की नजरों में शून्य हो चुकी है। उन्होंने व्यंग्य किया कि भाजपा में भ्रष्टाचार और अपराधियों को संरक्षण नहीं दिया जाता।

    पार्टी संविधान और नियमावली के अनुसार हर वर्ष आडिट कर संबंधित एजेंसियों को जानकारी देती है, जबकि कांग्रेस में सदस्यता शुल्क तक में घोटाले सामने आते रहते हैं। उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को भी चुनौती दी कि यदि वह और अन्य कांग्रेसी नेता इन आरोपों को सही मानते हैं, तो तथ्यों के साथ न्यायालय जाएं।

    भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि बेबुनियाद आरोप कांग्रेस की अंदरूनी राजनीति और नेतृत्व की खींचतान का हिस्सा है। भट्ट ने दो टूक कहा कि हरक सिंह रावत के आरोप केवल अपने भ्रष्टाचार से ध्यान हटाने और राजनीतिक प्रासंगिकता बनाए रखने का साधन हैं। जनता अब ऐसे आरोप-प्रत्यारोप को गंभीरता से नहीं लेती।