कांग्रेस ने उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग पर लगाए संगीन आरोप, कहा- 'उपकरण खरीद में हुआ करोड़ों रुपये का घोटाला'
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने स्वास्थ्य विभाग पर चिकित्सा उपकरणों की खरीद में करोड़ों के घोटाले का आरोप लगाया है। उन्होंने मुख्यमंत्री से उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। माहरा ने खून जांचने वाले उपकरणों की खरीद में अनियमितता और सीटी स्कैन मशीन की खरीद में भी भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत पर भी निशाना साधा।

राज्य ब्यूरो, जागरण, देहरादून। कांग्रेस ने स्वास्थ्य विभाग में चिकित्सा उपकरणों की खरीद में करोड़ों के घपले का खुला आरोप लगाया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि उपकरणों की खरीद में नियम-कानूनों की हर स्तर पर अनदेखी की गई है।
उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की कि इस प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए, ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके। उन्होंने इस मामले के साथ ही राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली को लेकर स्वास्थ्य मंत्री डा धन सिंह रावत पर भी जोरदार हमला बोला।
राजपुर रोड स्थित कांग्रेस भवन में पत्रकारों से बातचीत में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष माहरा ने कहा कि खून जांचने में प्रयुक्त होने वाले एक वेन फाइंडर उपकरण की वास्तविक कीमत 50 हजार रुपये है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने इसे पांच लाख रुपये की दर से खरीदा। इसमें विभाग ने करीब पांच करोड़ रुपये खर्च किए।
उन्होंने कहा कि इसी प्रकार चीन से 60 करोड़ रुपये में खरीदी गई सीटी स्कैन मशीन के लिए एक भारतीय कंपनी की सस्ती बोली के बावजूद उसे नजरअंदाज कर दिया गया। उन्होंने नैनीताल के सांसद अजय भट्ट के पत्र का हवाला देते हुए कहा कि हल्द्वानी स्थित सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय में नौ करोड़ की लागत से बन रही कैथ लैब का निर्माण कार्य देरी से शुरू किया और निर्माण कार्य भी बेहद घटिया स्तर का है, जिससे इमरजेंसी वार्ड तक टपक रहा है।
मंडी परिषद की ओर से कराए गए इस निर्माण की गुणवत्ता पर भी सवाल सांसद ने अपनी ही सरकार के मंत्री पर उठाए हैं। माहरा ने कहा कि लगातार उठ रहे सवालों के बीच स्वास्थ्य विभाग उपकरण खरीद की एनओसी एम्स ऋषिकेश से ले रहा है, जिसकी कार्यप्रणाली पहले ही प्रश्नों के घेर में है।
जंक खा रहे नौ करोड़ के स्वास्थ्य उपकरण : गोदियाल
पत्रकार वार्ता के दौरान कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने आरोप लगाया कि बदरीनाथ और केदारनाथ में दो वर्ष पूर्व घोषित अस्पतालों के लिए खरीदे गए साढ़े नौ करोड़ रुपये के उपकरण अब तक इस्तेमाल नहीं हो पाए और जंक खा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि केवल स्वास्थ्य विभाग ही नहीं, बल्कि उच्च शिक्षा, स्कूली शिक्षा और सहकारिता विभागों में तबादलों में अनियमितताएं हो रही हैं। मुख्यमंत्री को इसकी जांच करानी चाहिए। इस मौके पर कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष (संगठन) सूर्यकांत धस्माना भी उपस्थित रहे। कांग्रेस नेताओं ने उत्तरकाशी में एक पत्रकार की संदिग्ध मौत के प्रकरण की निष्पक्ष जांच की मांग भी उठाई।
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