सीएम के बच्चों वाले बयान को कांग्रेस ने बताया अशोभनीय, कही ये बात
कांग्रेस जिलाध्यक्ष संजय किशोर ने सीएम पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की ओर से दिया गया बयान अशोभनीय है। मुख्यमंत्री का बच्चों पर दिया गया बयान आपदा पीडि़तों के जख्मों पर नमक छिड़कने के समान है।

जागरण संवाददाता, विकासनगर। कांग्रेस जिलाध्यक्ष संजय किशोर ने कहा कि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की ओर से दिया गया बयान अशोभनीय है। मुख्यमंत्री का बच्चों पर दिया गया बयान आपदा पीडि़तों के जख्मों पर नमक छिड़कने के समान है। उन्होंने कहा कि कोरोना जैसी महामारी में आम आदमी का जीना मुश्किल हो गया था, वहीं मुख्यमंत्री ने उन पर राशन बेचने का आरोप लगाकर निंदनीय कार्य किया है।
पत्रकार वार्ता के दौरान कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने कहा कि सूबे के मुख्यमंत्री की ओर से दो बच्चे पैदा करने की बजाए 20 बच्चे पैदा करने के बयान से गरीबों का मजाक उड़ाने का काम किया गया है। जिलाध्यक्ष ने कहा कि विकासनगर दौरे पर आए मुख्यमंत्री ने विकास से जुड़ी कोई बात नहीं की। इससे यह स्पष्ट हो चुका है कि विकासनगर का विकास भारतीय जनता पार्टी की सरकार आने से पूर्ण रूप से रुक चुका है। क्षेत्रीय विधायक मुख्यमंत्री से विकास संबंधी कोई घोषणा नहीं करा पाए। उन्होंने कहा कि वर्तमान भाजपा सरकार दिशाहीन है, जिसका विकास का कोई विजन नहीं है।
उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री ने प्रदेश को कर्जे में डूबा दिया। भाजपा हाईकमान ने बदलाव कर साबित कर दिया है कि यह सरकार पूर्ण रूप से विफल हो चुकी है। इस मौके पर शहर अध्यक्ष शम्मी प्रकाश, प्रदेश सचिव प्रेम प्रकाश अग्रवाल, जिला उपाध्यक्ष हरीश ग्रोवर, सोशल मीडिया के जिला अध्यक्ष हरसुल शर्मा,, ङ्क्षरकू कनौजिया, सभासद गिरीश सप्पल, साहिल पठान, विशेष शर्मा आदि मौजूद रहे।
मोर्चा कार्यकर्त्ताओं ने तहसील परिसर में फूंका पुतला
किसान एकता मोर्चा के बैनर तले अनिश्चितकालीन धरने के 26वें दिन सोमवार को किसानों ने नारेबाजी के बीच तहसील परिसर में क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि का पुतला फूंका। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि किसानों के प्रतिनिधिमंडल को क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री से नहीं मिलने दिया। धरने पर बैठे मोर्चा कार्यकर्त्ताओं ने कहा कि रविवार को मुख्यमंत्री के विकासनगर आगमन पर उनके प्रतिनिधिमंडल को नहीं मिलने दिया गया, साथ ही पुलिस ने धरना स्थल पर बैठे आंदोलनकारियों को रोके रखा। आंदोलनकारियों ने प्रशासन से मांग की कि उनकी अनुग्रह राशि समेत अन्य मांगें जल्द पूरी की जाए। उन्होंने कहा कि पिछले 26 दिन से वह धरने पर बैठे हैं, लेकिन प्रशासन उनकी मांगें पूरी नहीं कर रहा है, जिसके चलते आंदोलन को तेज किया जाएगा।
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