देहरादून में सड़क पर निकली नगर आयुक्त का अंधेरे से 'सामना', अधिकारी-कर्मचारियों का वेतन रोकने का आदेश
देहरादून शहर में स्ट्रीट लाइटों की समस्या से परेशान नगर आयुक्त नमामी बंसल ने औचक निरीक्षण किया। अधिकांश लाइटें बंद मिलने पर उन्होंने तीन दिन में सभी लाइटें दुरुस्त करने के निर्देश दिए अन्यथा वेतन रोकने की चेतावनी दी। दीपावली के चलते कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। शहर में रोजाना स्ट्रीट लाइट की 100 से ज़्यादा शिकायतें आ रही हैं।

जागरण संवाददाता, देहरादून। शहर में अंधेरी सड़कों पर आमजन रात में कैसे सफर करते हैं, इसका अंदाजा गुरुवार को नगर आयुक्त नमामी बंसल को भी लग गया। देर शाम जब नगर आयुक्त हरिद्वार रोड व सहस्त्रधारा रोड आदि पर स्ट्रीट लाइटों के औचक निरीक्षण को पहुंचीं, तो अधिकांश लाइटें बंद मिलीं। जिस पर उनका पारा चढ़ गया।
नगर आयुक्त ने तीन दिन के भीतर बंद पड़ी सभी स्ट्रीट लाइटें दुरुस्त करने के निर्देश दिए। चेतावनी दी कि ऐसा न होने पर स्ट्रीट लाइट अनुभाग से जुड़े अधिकारियों व कर्मचारियों के वेतन पर रोक लगा दी जाए। उन्होंने दीपावली के दृष्टिगत स्ट्रीट लाइट अनुभाग के कार्मिकों की छुट्टियों पर भी रोक लगा दी है।
शहर में आमजन से लेकर पार्षद तक स्ट्रीट लाइटों की समस्या को लेकर परेशान हैं। लगातार नगर निगम में शिकायत दर्ज करा रहे हैं, लेकिन सुनने वाला कोई नहीं है। न अधिकारी बात सुन रहे, न ही लाइट अनुभाग के कर्मचारी।
स्थिति यह है कि शिकायतों का आंकड़ा रोजाना 100 के पार पहुंच रहा। ऐसी ही शिकायतों के बाद गुरुवार देर शाम नगर आयुक्त नमामी बंसल जब शहर में औचक निरीक्षण को निकलीं, तो उनका सामना भी अंधेरी सड़कों से हुआ।
एक दिन, एक घंटा, एक साथ स्वच्छता
केंद्र सरकार की ओर से राष्ट्रव्यापी स्तर पर संचालित 'स्वच्छता ही सेवा अभियान' के अंतर्गत गुरुवार को नगर निगम में नगर आयुक्त नमामी बंसल ने कार्मिकों को 'एक दिन, एक घंटा, एक साथ' स्वच्छता की शपथ दिलाई।
इसी क्रम में नगर निगम की ओर से विभिन्न विद्यालयों, सार्वजनिक स्थलों, जोनल कार्यालयों, पार्किंग स्थलों और वेंडिंग जोन में भी स्वच्छता शपथ कार्यक्रम आयोजित किए गए। जिसमें छात्र-छात्राओं, स्थानीय नागरिकों और स्वयंसेवी संगठनों समेत नगर निगम कर्मचारियों ने सक्रिय रूप से सहभागिता की।
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