Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    CM धामी का सख्त रुख, SIT जांच के बाद छात्रों के हित में फैसला... 'देशद्रोह के नारे व सनातन का अपमान बर्दाश्त नहीं'

    Updated: Sat, 27 Sep 2025 09:12 AM (IST)

    मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सरकार अधीनस्थ चयन सेवा आयोग की परीक्षा की निष्पक्ष जांच करा रही है। एसआईटी का गठन किया गया है और जांच तेज़ी से हो रही है। युवाओं को तय करना है कि आंदोलन चलाने वाले कौन हैं। सरकार युवाओं के हित में निर्णय लेगी और भ्रष्टाचार मुक्त नियुक्तियां जारी रहेंगी। विपक्ष छात्रों की आड़ में सरकार को निशाना बना रहा है।

    Hero Image
    उत्तराखंड के सीएम हैं पुष्कर सिंह धामी। जागरण

    राज्य ब्यूरो, जागरण, देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रदेश सरकार अधीनस्थ चयन सेवा आयोग की परीक्षा की निष्पक्षता से जांच करा रही है। सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में एसआईटी का गठन करते हुए इसकी जांच शुरू कर दी गई है। जांच और फिर कार्रवाई तेजी से होगी। एसआइटी की जांच में जो भी तथ्य सामने आएगा। उसके आधार पर छात्रों के हित में जो भी जरूरी होगा, निर्णय लिया जाएगा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सीएम ने यह भी कहा कि युवाओं को तय करना है कि उनका आंदोलन चलाने वाले कौन लोग है। आखिर कौन उन्हें सड़कों पर लाकर अपना हित साध रहे हैं। इस विषय को पूरा राजनीति की ओर धकेल दिया है। देशद्रोह के नारे लगाए जा रहे हैं और सनातन धर्म का अपमान किया जा रहा है, यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

    मुख्यमंत्री बोले, एसआईटी की जांच और कार्रवाई भी तेजी से होगी

    मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि वर्तमान प्रकरण में युवाओं की तरफ से ही यह बात आई थी कि इसकी निष्पक्षता से जांच होनी चाहिए। सरकार ने इसकी जांच शुरू करा दी है। एक माह तक भर्ती प्रक्रिया को रोक दिया गया है। इसका अभी परिणाम आने वाला नहीं है। एसआइटी की जांच के बाद युवाओं के हित में जो निर्णय होगा, वह लिया जाएगा, सरकार इसमें एक मिनट भी पीछे हटने वाले नहीं है।

    आंदोलन का हो रहा राजनीतिकरण, केवल स्वार्थ किया जा रहा सिद्ध

    मुख्यमंत्री ने कहा कि आंदोलन में ऐसे लोग भी हैं, जिनका उन युवाओं से व भर्ती परीक्षाओं से कुछ लेना देना नहीं है। वे केवल अपना स्वार्थ सिद्ध करना चाहते हैं। हमारी युवाओं से प्रतिबद्धता है कि जैसे 25 हजार नियुक्तियां बिना किसी भ्रष्टाचार के की हैं, इस क्रम को आगे बढ़ाएंगे। जो कैलेंडर है, उस पर अमल करेंगे। स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा के प्रश्नपत्र के तीन पन्ने आउट होने के प्रकरण को लेकर विपक्ष का विरोध अपनी जगह ठीक है, लेकिन इसकी आड़ में देशद्रोह की बातें और सनातन धर्म के अपमान को किसी भी सूरत में सही नहीं ठहराया जा सकता।

    यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि छात्रों की आड़ में सरकार को निशाना बनाया जा रहा है, उसका राजनीतिकरण किया जा रहा है। हमारे राज्य के युवा विवेकशील हैं। दो देशों की सीमा से लगा हमारा राज्य है। यह देवभूमि है और देवभूमि के लोग इस पर विचार करके आगे बढ़ेंगे।

    आज हरिद्वार में जनसंवाद करेगी एसआईटी

    एसआईटी ने विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा करने के लिए शनिवार को हरिद्वार के कलेक्ट्रेट सभागार में जनसंवाद का आयोजन किया है। इसमें इच्छुक प्रतियोगी, अभ्यर्थी व अभिभावक अपनी शंकाओं, सवालों व जानकारियों को साझा कर सकते हैं।