Christmas 2021: क्रिसमस पर गिरिजाघरों में हुई विशेष प्रार्थना, प्रभु यीशु को किया याद, देखें तस्वीरों में
Christmas 2021 क्रिसमस मनाने को दून और मसूरी भी पूरी तरह तैयार हैं। बाजारों में त्योहार की रौनक साफ दिख रही है। बड़ी संख्या में लोग खरीदारी को उमड़ रहे हैं। दून समेत मसूरी के सभी चर्च रंगीन लाइटों से सज चुके हैं।
जागरण संवाददाता, देहरादून। Christmas 2021 दून के गिरिजाघरों में क्रिसमस का त्योहार उल्लास के साथ मनाया गया। सभी गिरिजाघरों में सुबह से प्रार्थना सभाओं का दौर चलता रहा। हालांकि, कोरोना के बढ़ते मामलों को देख हुए इस बार भी आयोजन सादगी और सीमित संख्या में किया गया। कैरोल गाने के साथ ही चर्च में यीशु के जन्म के गीतों की धुन बजती रही। इस दौरान रात की खोज रहा संसार जिसे था, यीशु जग में आया है..., खामोशी में जन्मा है, जन्मा है मसीहा.., मैरी क्रिसमस विश यू जैसे गीतों की मधुर ध्वनि मन मोह रही थी।
कान्वेंंट रोड स्थित सेंट फ्रांसिस कैथोलिक चर्च के फादर ने बताया कि इस साल प्रभु यीशु से देश-दुनिया में अमन की प्रार्थना के साथ ही कोरोना महामारी के खात्मे एवं मानव जाति की रक्षा की प्रार्थना की गई। राजपुर रोड स्थित मारिसन मेमोरियल चर्च के फादर ने बताया कि प्रशासन की ओर से जारी गाइडलाइन को देखते हुए क्रिसमस पर सार्वजनिक महोत्सव का आयोजन नहीं किया गया, लेकिन सुबह की पवित्र मिस्सा बलिदान एवं प्रभु यीशु का जन्म उत्सव भक्ति एवं श्रद्धा के साथ मनाया गया। कोरोना के चलते इस साल शहरभर की दुकानों, माल और स्टोर में दिखाई देने वाले सेंटा क्लाज के साथ लोग सेल्फी लेते नजर आए।
आनलाइन भी दी गई क्रिसमस की बधाई
कोरोना गाइडलाइन के चलते गिरिजाघरों में सीमित संख्या में प्रवेश दिया गया। हालांकि लोगों ने अपने-अपने घरों में विशेष साज सज्जा भी की। घर में क्रिसमस ट्री को विशेष रूप से सजाया गया। वहीं घर पर छोटे बच्चों से लेकर बड़े लोग तक सेंटा बने हुए नजर आए। सुबह की प्रार्थना सभा के बाद लोगों ने फोन और वीडियो काल और अन्य आनलाइन माध्यम से एक-दूसरे को क्रिसमस की बधाई दी। साथ ही राष्ट्र की खुशहाली को प्रभु यीशु से कामना की। वहीं गिरिजाघरों से प्रार्थना सभा का आनलाइन प्रसारण भी किया गया।
रुड़की में भी क्रिसमस का उल्लास
रुड़की के गिरिजाघरों में क्रिसमस का पर्व उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। शहर के जादूगर रोड स्थित सेंट्रल मैथोडिस्ट चर्च, सैक्रेड हार्ट चर्च, शेर कोठी स्थित सेंट एंड्रयूज चर्च, आइआइटी रुड़की परिसर स्थित सेंट जान्स चर्च और आरपी चर्च में विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन कर प्रभु यीशु का स्मरण किया जा रहा है। साथ ही उनकी महिमा के बारे में श्रद्धालुओं को बताया जा रहा है। इस दौरान चर्च में विश्व कल्याण के लिए भी प्रार्थना की गई। वहीं, कैरोल सिंगिंग की गई।
दून में दुकानों पर सजावटी सामान, क्रिसमस ट्री, सांता क्लाज की ड्रेस, मुखौटे, स्टार, विंड चैम, झालर, फेयरी, मदर मैरी और यीशु की प्रतिमा आदि गिफ्ट सजाए गए हैं। शुक्रवार को खरीदारी को लेकर लोगों में काफी उत्साह दिखा। घरों को सजाने और एक दूसरे को उपहार देने के लिए दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ जुटी रही। लाल और सफेद रंग की सांता की ड्रेस की कीमत 300 से 1500 रुपये तक है।
बाजार में क्रिसमस के अलग-अलग साइज के खूबसूरत ग्रीटिंग कार्ड भी मौजूद हैं। जिनकी कीमत 20 रुपये से 500 रुपये तक है। इसके अलावा बाजार में अलग-अलग डिजाइन में आकर्षक कैंडल्स बिक रही हैं। इलेक्ट्रिक कैंडिल्स ग्राहकों को खूब भा रही हैं। यह 200 से 500 रुपये की है। बाजार में 12 सेंटीमीटर से लेकर छह फिट तक के क्रिसमस ट्री मौजूद हैं। इन्हें कलरफुल लाइटों से आकर्षक बनाया गया है। यह 400 रुपये से आठ हजार रुपये तक में बिक रहे हैं।
चर्च विशेष प्रार्थना को तैयार
दून के विभिन्न चर्च में शुक्रवार की आधी रात को विशेष प्रार्थना की गई। अब शनिवार को क्रिसमस की सुबह प्रार्थना सभा आयोजित होगी। हालांकि इस बार भी कोविड गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है और सीमित संख्या में ही चर्च में प्रवेश दिया जाएगा।
सांस्कृतिक कार्यक्रम, नगर परिक्रमा व अन्य गतिविधियां इस बार भी स्थगित कर दी गई। कान्वेंंट रोड स्थित सेंट फ्रांसिस कैथोलिक चर्च के फादर ने बताया कि इस बार भी आयोजन बेहद सागदी पूर्ण किया जा रहा है। भीड़ कम से कम हो इसके लिए आनलाइन प्रार्थना की अपील की जा रही है।
इंडियन क्रिश्चियन यूथ फेडरेशन ने बताया कि सभी चर्च में सजावट की गई है और प्रार्थना भी की जा रही है, लेकिन शारीरिक दूरी बनाने के साथ ही मास्क अनिवार्य किया गया है। साथ ही चर्च परिसर में सेनिटाइजर भी लगाए गए हैं। प्रार्थना से पहले और बाद में चर्चों को सेनिटाइज किया जाएगा। नेशविला रोड स्थित सेंट्रल मेथोडिस्ट चर्च कमेटी के मुताबिक चर्च में प्रार्थना के दौरान बैठने के लिए दो गज की दूरी का ध्यान रखा जा रहा है। कोरोना गाइडलाइन का पूरा पालन किया जाएगा।