चिपको आंदोलन की जननी गौरा देवी को 2016 में मिला था मरणोपरांत उत्तराखंड रत्न सम्मान, अब पांच साल बाद मिली पुरस्कार राशि
चिपको आंदोलन की जननी गौरा देवी को मरणोपरांत उत्तराखंड रत्न सम्मान मिलने के पांच साल बाद पुरस्कार राशि प्राप्त हुई। गौरतलब है कि 2016 में उत्तराखंड रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया था लेकिन पुरस्कार राशि नहीं प्राप्त हुई थी।
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर : चिपको आंदोलन की जननी गौरा देवी को मरणोपरांत उत्तराखंड रत्न सम्मान मिलने के पांच साल बाद पुरस्कार राशि प्राप्त हुई। बुधवार को तहसील मुख्यालय में उत्तराखंड सरकार की ओर से उप जिलाधिकारी कुमकुम जोशी ने गौरा देवी के बेटे चन्द्र सिंह राणा को सम्मानित किया और पांच लाख एक रुपये धनराशि का चैक भेंट किया।
2016 को प्रशस्ति पत्र के साथ दी जानी प्रस्तावित थी धनराशि
गौरतलब है कि 2016 में गौरा देवी को मरणोपरांत उत्तराखंड रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया था, लेकिन पुरस्कार राशि नहीं दी गई थी। यह धनराशि 2016 को प्रशस्ति पत्र के साथ दी जानी प्रस्तावित थी, लेकिन किन्हीं कारणों से उस समय तत्कालीन सरकार द्वारा सम्मान राशि निर्गत नहीं की जा सकी।
मुख्यमंत्री द्वारा पत्राचार का संज्ञान लिया गया
इस वर्ष 26 मार्च को चिपको आंदोलन की 48वीं वर्षगांठ पर गौरा देवी के परिवार से अनौपचारिक वार्ता के दौरान शासन को ज्ञात हुआ कि अभी तक उक्त सम्मान राशि परिवार को प्राप्त नहीं हुई है। जिसके बाद शासन स्तर पर पत्राचार किया गया तथा मुख्यमंत्री द्वारा पत्राचार का संज्ञान लिया गया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने की थी चन्द्र सिंह से मुलाकात
इसी क्रम में 12 अप्रैल को स्व गौरा देवी के बेटे चन्द्र सिंह को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने कार्यालय में आमंत्रित कर आश्वासन दिया था कि जल्दी ही सम्मान राशि प्रदान की जाएगी। शासन स्तर पर प्रेम सिंह राणा अनु सचिव उत्तराखंड शासन के मार्गदर्शन में पत्राचार किया गया। इस अवसर पर प्रधान पुष्कर सिंह राणा , सोभन सिंह राणा (गौरा देवी के पौत्र) और नन्दन सिंह रावत असिस्टेंट प्रो उपस्थित रहे।
गोपेश्वर: बालिका स्वाभिमान योजना शुरू
जिला सहकारी बैंक कार्यालय में बैंक संचालक मंडल की बैठक हुई, जिसमें बैंक की प्रगति समीक्षा व विकास की योजनाओं पर चर्चा की गई। बैठक में जिला सहकारी बैंक की ओर से बालिका स्वाभिमान योजना की शुरुआत की गई। योजना में 21 वर्ष तक की बालिकाओं को सावधि जमाओं पर 6.90 प्रतिशत का लाभ प्राप्त होगा।
जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष गजेंद्र सिंह रावत ने बताया कि इस योजना से जहां बालिकाओं को आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाने की मजबूती मिलेगी। वहीं महिलाओं के विकास में भी अहम भूमिका निभाएगी।
कहा कि ब्याज दरों पर अन्य बैंकों की तुलना में सर्वाधिक बढ़ोत्तरी की गई है। साथ ही बैंक संचालक मंडल की ओर से वेतनभोगी कर्मचारियों को दी जाने वाली कैश क्रेडिट ऋण योजना पर ब्याज दर में कमी की गई है। जिससे कर्मचारियों को वित्तीय लाभ मिल सकेगा। इस अवसर पर जिला सहकारी बैंक के सचिव रामपाल सिंह, कुलवीर सिंह रावत सहित कई बैंक संचालन मंडल के सदस्य मौजूद थे।