सफल चारधाम यात्रा के बाद सुधार की ओर कदम, मांगे सुझाव; कंट्रोल रूम का संचालन करने मिली मदद
उत्तराखंड पुलिस प्रशासन ने सफल चारधाम यात्रा के बाद व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। इस साल श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि हुई, ...और पढ़ें

पुलिस विभाग की ओर से सभी जिलों के प्रभारियों को अनुभव के आधार पर मांगा फीडबैक। जागरण
जागरण संवाददाता, देहरादून। इस वर्ष चारधाम यात्रा के सफल संचालन के बाद अब इसे और बेहतर बनाने की दिशा में पुलिस प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। यात्रा के दौरान इस बार श्रद्धालुओं की संख्या पिछले वर्ष के मुकाबले 3.05 लाख की वृद्धि हुई। इससे जहां प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली वहीं व्यवस्थाओं की भी बड़ी परीक्षा हुई।
दिल्ली में हुई डीजी कांफ्रेंस में भी उत्तराखंड की चारधाम यात्रा की सराहना हुई। लेकिन यातायात, आवास, चिकित्सा सुविधा और पंजीकरण व्यवस्था को लेकर कुछ चुनौतियां भी सामने आई। इन्हीं अनुभवों के आधार पर अब वर्ष 2026 की तैयारियां शुरू करते हुए सुझाव मांगे गए हैं।
गुरुवार को रेंज कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र राजीव स्वरूप ने बताया कि वर्ष 2024 में चारधाम यात्रा से सबक लेकर इस साल यातायात, सुरक्षा एवं भीड़ प्रबंधन के लिए रेंज स्तर पर चारधाम यात्रा पुलिस कंट्रोल रूम का गठन किया गया, जिसका मुख्य उद्देश्य चारधाम यात्रा को सुचारू रूप से चलाने के लिए व अन्य विभागों से समन्वय स्थापित करते हुए यात्रा को सफलतापूर्वक संपन्न कराना रहा।
यात्रा प्रबंधन के लिए रेंज स्तर पर उन्हें चारधाम नोडल अधिकारी नामित किया गया। उनका सहयोग करने के लिए पुलिस अधीक्षक यातायात लोकजीत सिंह को सहायक नोडल अधिकारी व प्रभारी चारधाम यात्रा कंट्रोल रूम बनाया गया।
कंट्रोल रूम में यात्रियों की सुविधा के लिए दो हेल्पलाइन जारी किए गए व कंट्रोल से लगातार समन्वय बनाया गया। चारधाम यात्रा में सुव्यवस्थित प्रबंधन को देखते हुए विकासनगर के हर्बटपुर में आफलाइन रजिस्ट्रेशन केंद्र स्थापित किया गया साथ ही नए पार्किंग व होल्डिंग स्थल चिह्नित किए गए। यात्रा के संचालन के लिए 1600 सीसीटीवी कैमरे, 13 ड्रोन कैमरे व एएनपीआर कैमरों के माध्यम से निगरानी की गई। इसके अलावा यात्रा से पूर्व ही 54 बाटल नेक, 56 होल्डिंग स्थल, 136 पार्किंग स्थल, 198 दुर्घटना संभावित स्थल, 66 लैंड स्लाइडिंग जोन, 38 टूरिस्ट पुलिस सहायता केंद्र, 51 पुलिस सहायता केंद्र, 28 एसडीआरएफ टीम, 21 डायवर्जन प्वाइंट, 6500 चारधाम यात्रा में पुलिसकर्मी तैनात किए गए।
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यातायात प्रबंधन व भीड़ नियंत्रण के लिए बनाया स्पेशल प्लान
कंट्राेल रूम के प्रभारी लोकजीत सिंह की ओर से यातायात प्रबंधन के लिए चारधाम यात्रा से संबंधित योजना तैयार की गई। सभी जनपदों से समन्वय स्थापित करते हुए यातायात प्लान तैयार किया। परिस्थितियों के अनुरूप यातायात प्रबंधन से संबंधित प्लान-ए, प्लान-बी व प्लान सी बनाए गए। पूरे यात्रा मार्ग पर 42 जोन, 137 सेक्टर व 15 सुपर जोन में बांटा गया। इसके अलावा भीड़ प्रबंधन के लिए टोकन व्यवस्था लागू किया गया।
यात्रा का तुलनात्मक विवरण
- मृतकों की संख्या 2024 - 238
- मृतकों की संख्या 2025 - 227
- हेली दुर्घटना मृतक - 13
- हेली दुर्घटना घायल - 02
शीतकालीन यात्रा में दर्शन करने वाले श्रद्धालु
- मुखवा (श्री गंगोत्री) 1189
- खरसाली (श्री यमुनोत्री) 390
- ऊखीमठ (श्री केदारनाथ) 2498
- ज्योतिर्मठ (श्री बदरीनाथ) 4311

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