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    Chamoli Accident: घायलों को देखने ऋषिकेश एम्स पहुंचे सीएम धामी, संबंधित विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम गठित

    By Jagran NewsEdited By: riya.pandey
    Updated: Wed, 19 Jul 2023 07:43 PM (IST)

    Chamoli Accident उत्तराखंड के चमोली बाजार के पास अलकनंदा नदी के किनारे नमामि गंगे प्रोजेक्ट की साइट पर अचानक करंट फैलने से हुए दर्दनाक हादसे के घायलों को दोपहर बाद अलग-अलग तीन हेली एम्बुलेंसों के जरिए एम्स पहुंचाया गया। करंट लगने से बुरी तरह झुलसे घायलों को उपचार हेतु एम्स ऋषिकेश पंहुचाये जाने की सूचना मिलने पर एम्स अस्पताल प्रशासन द्वारा सभी सम्बन्धित विभागों को अलर्ट रखा गया था।

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    Chamoli Accident: घायलों को देखने ऋषिकेश एम्स पहुंचे सीएम धामी

    जागरण टीम, ऋषिकेश: करंट फैलने से चमोली में हुई दर्दनाक घटना के छह घायलों को इलाज हेतु एम्स की ट्राॅमा इमरजेन्सी में भर्ती किया गया है। सभी घायलों को अगले 12 घंटे तक वरिष्ठ चिकित्सकों की टीम की निगरानी में आब्जर्वेशन में रखा जायेगा। एम्स अस्पताल प्रशासन द्वारा घायलों के बेहतर इलाज के लिए ट्रामा सर्जन डाक्टरों सहित, इमरजेन्सी मेडिसिन और बर्न और प्लास्टिक विभाग के विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम गठित की गयी है।

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    एम्स पहुंचे सीएम धामी

    राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, नगर विकास व वित्त मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र प्रसाद भट्ट, ऋषिकेश महापौर अनिता ममगाईं और स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों ने भी एम्स पंहुचकर घायलों का हालचाल जाना।

    करंट फैलने से हुआ दर्दनाक हादसा

    बुधवार की सुबह उत्तराखंड के चमोली बाजार के पास अलकनंदा नदी के किनारे नमामि गंगे प्रोजेक्ट की साइट पर अचानक करंट फैलने से हुए दर्दनाक हादसे के घायलों को दोपहर बाद अलग-अलग तीन हेली एम्बुलेंसों के जरिए एम्स पहुंचाया गया। करंट लगने से बुरी तरह झुलसे घायलों को उपचार हेतु एम्स ऋषिकेश पंहुचाये जाने की सूचना मिलने पर एम्स अस्पताल प्रशासन द्वारा सभी सम्बन्धित विभागों को अलर्ट रखा गया था। अपरान्ह 2 बजे के बाद हेली एम्बुलेंसों के माध्यम से घायलों का एम्स पंहुचना शुरू हो गया था।

    घायलों का तत्काल इलाज

    घायलों के पहुंचते ही विभिन्न विभागों की चिकित्सकों की टीम ने तत्काल इलाज करना शुरू दिया। इलाज के लिए भर्ती किए गए घायलों में कुल छह लोग शामिल हैं। इलाज करने वाली टीम में बर्न व प्लास्टिक विभाग के डाक्टर विशाल मागो, ट्रॉमा विभाग के डाक्टर मधुर उनियाल व डाक्टर नीरज कुमार सहित अन्य विभागों के चिकित्सक शामिल हैं।

    घायलों को किया गया रेड जोन भर्ती

    इलाज के बारे में जानकारी देते हुए ट्राॅमा विभाग सर्जन डाक्टर मधुर उनियाल ने बताया कि घायलों में से संदीप मेहरा (34 वर्ष) और सुशील (35 वर्ष) अभी पूरी तरह सेन्स में नहीं हैं। जबकि अन्य चार घायलों आनन्द कुमार 45 वर्ष, नरेन्द्र लाल 35 वर्ष, रामचन्द्र 48 वर्ष और महेश कुमार 32 वर्ष भी विद्युत प्रवाह की चपेट में आने से बुरी तरह झुलसे हुए हैं। उन्होंने बताया कि सभी घायलों को ट्राॅमा इमरजेंसी के रेड जोन में भर्ती किया गया है।

    12 घंटे आब्जर्वेशन में

    बर्न केस के मामले में अंदरूनी जख्मों की गम्भीरता के मामले में बिना जांच के कुछ कहा नहीं जा सकता। लिहाजा सभी मरीजों की सघन जांच की जा रही है। उसके बाद ही स्तिथि स्पष्ट हो पाएगी। इसलिए अगले 12 घंटे तक आब्जर्वेशन में रखा जायेगा।

    संस्थान के चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर संजीव कुमार मित्तल ने बताया कि एम्स निदेशक प्रोफेसर मीनू सिंह ने इलाज कर रही डाॅक्टरों की टीम से कहा है कि घायलों के इलाज में किसी प्रकार की कमी न की जाय।