शताब्दी एक्सप्रेस के कोच में भीषण आग लगने का मामला, जांच के लिए आज दिल्ली जाएगा स्टाफ
हरिद्वार-देहरादून सेक्शन पर शताब्दी एक्सप्रेस के सी-5 कोच में लगी आग की जांच के लिए शताब्दी एक्सप्रेस के लोको पायलट गार्ड समेत अन्य स्टाफ को बुधवार को दिल्ली बुलाया गया हैजहां मुख्यालय के उच्च अधिकारियों के सामने उनके बयान दर्ज किए जाएंगे।
जागरण संवाददाता, देहरादून। हरिद्वार-देहरादून सेक्शन पर शताब्दी एक्सप्रेस के सी-5 कोच में लगी आग की जांच के लिए शताब्दी एक्सप्रेस के लोको पायलट, गार्ड समेत अन्य स्टाफ को बुधवार को दिल्ली बुलाया गया है,जहां मुख्यालय के उच्च अधिकारियों के सामने उनके बयान दर्ज किए जाएंगे।
13 मार्च को दिल्ली से देहरादून आ रही शताब्दी एक्सप्रेस के कोच सी-5 में हरिद्वार-देहरादून सेक्शन पर कांसरों के पास अचानक आग लग गई थी। सूचना मिलते ही लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका और कोच में सवार 35 यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला। हालांकि अधिकांश यात्रियों का सामान आग में जलकर राख हो गया।
घटना की सूचना मिलते ही मंडल रेल प्रबंधक मुरादाबाद तरुण प्रकाश, सहायक मंडल रेल प्रबंधक एनएन सिंह के साथ दिल्ली मुख्यालय के अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे। जहां उन्होंने जरुरी साक्ष्य जुटाए। प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए रेलवे ने जांच मुख्यालय स्तर के अधिकारियों को सौंप दी। मुख्यालय के अधिकारियों ने अब इस कड़ी में शताब्दी एक्सप्रेस के लोको पायलट, गार्ड, आरपीएफ व अन्य स्टाफ को जांच के लिए दिल्ली बुलाया है, जहां हादसे में दौरान ट्रेन में उपस्थित सभी स्टाफ के बयान दर्ज किए जाएंगे।
धावक से अभद्रता करने वाले की हुई पहचान
महिला धावक के साथ अभद्रता के मामले में पुलिस ने आरोपित की पहचान कर ली है। हालांकि पुलिस जांच में केवल कहासुनी की बात ही सामने आ रही है। छेड़छाड़ जैसी घटना होने से पुलिस इन्कार कर रही है। एसओ रायपुर दिलबर सिंह नेगी ने बताया कि व्यक्ति सहस्रधारा रोड का रहने वाला है, जोकि रविवार शाम को अपनी मंगेतर व बहन के साथ कहीं से आ रहा था। रायपुर-थानो मार्ग पर धावक के सड़क पर भागने के कारण कहासुनी हो गई।
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