छावनी परिषद चकराता ने शुरू की ई-पोर्टल सेवा
चकराता स्थानीय नागरिकों व व्यापारियों की सुविधा को छावनी परिषद चकराता ने ई-पोर्टल सेवा शुरू की है।
संवाद सूत्र, चकराता: स्थानीय नागरिकों व व्यापारियों की सुविधा को छावनी परिषद चकराता ने ई-पोर्टल सेवा शुरू की है। इससे छावनी वासियों को पहले के मुकाबले अब अपने काम-काज में आसानी रहेगी। छावनी परिषद ने जनता की समस्याओं के निराकरण को अलग से सुविधा केंद्र की स्थापना की है। ई-छावनी सेवा के संचालन से सभी कार्य और शिकायतें ऑनलाइन दर्ज होंगी। साथ ही स्थानीय नागरिक व व्यापारी टैक्स व अन्य करों का भुगतान ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से आसानी से जमा करा सकेंगे।
केंद्र सरकार रक्षा मंत्रालय के निर्देशन में देशभर के सभी 62 कैंटोनमेंट बोर्ड में ई-सेवा का संचालन शुरू होने से करीब 20 लाख यूजर्स इससे जुड़ जाएंगे। इसी कड़ी में छावनी परिषद चकराता ने स्थानीय व्यापारियों व नागरिकों की सुविधा को ई-पोर्टल सेवा लांच की है। छावनी परिषद के उपाध्यक्ष चंदन रावत व मुख्य अधिशासी अधिकारी कुनाल रोहिला ने कहा कि चकराता में ई-छावनी सेवा शुरू होने से स्थानीय जनता को इसका लाभ मिलेगा। ई-सेवा के संचालन से स्थानीय व्यापारी व छावनी क्षेत्र में रहने वाले लोग अपनी शिकायतें ऑनलाइन दर्ज करा सकते हैं। ई-छावनी सेवा शुरू होने से छावनी बाजार चकराता के व्यापारी व बस्ती निवासी ट्रेड लाइसेंस, उसके नवनीकरण, टैक्स और अन्य करों का भुगतान ऑनलाइन जमा करा सकेंगे। छावनी परिषद के उपाध्यक्ष चंदन रावत ने कहा कि ई-पोर्टल सेवा के संचालन से अब सभी कार्य ऑनलाइन होंगे। कहा कि इससे पूर्व चकराता कैंट बोर्ड में मैनुअल कार्य होते थे। स्थानीय नागरिकों को अपने कामकाज के लिए छावनी परिषद कार्यालय के चक्कर काटने पड़ते थे। ई-सेवा के चलते अब स्थानीय जनता की समस्या दूर हो गई। स्थानीय नागरिक व व्यापारी अपने मोबाइल के माध्यम से छावनी परिषद से संबंधी सभी कार्य, टैक्स भुगतान व शिकायतें ऑनलाइन कर सकेंगे। कहा कि छावनी परिषद का प्रयास स्थानीय जनता को आधारभूत सुविधाएं मुहैया कराने के साथ उनकी समस्याओं को सुलझाना है। देशभर में डिजिटल सेवा जोर पकड़ रही है। लोग ऑनलाइन सेवा के माध्यम से डिजिटल भुगतान का उपयोग कर रहे हैं।
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