देहरादून में कैफे संचालक ने जमीन के सौदे में 1.5 करोड़ की धोखाधड़ी की, कोर्ट तक पहुंचा मामला
देहरादून में कैफे संचालक गोपाल गोयनका पर जमीन के सौदे में धोखाधड़ी का आरोप है। सुधीर कुमार विंडलास ने कोर्ट में याचिका दायर कर 1.5 करोड़ रुपये की वसूली और मुआवजे की मांग की है। विंडलास का आरोप है कि गोयनका ने राजस्व रिकॉर्ड में हेरफेर करके उन्हें ज्यादा जमीन बेच दी जबकि वह कम जमीन का मालिक था। उन्होंने गोयनका को कानूनी नोटिस भी भेजे थे।

जागरण संवाददाता, देहरादून। कैफे संचालक गोपाल गोयनका ने सुधीर कुमार विंडलास के साथ जमीन बेचने के नाम पर 1.5 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की। सुधीर कुमार विंडलास की ओर से कोर्ट में धन वसूली और क्षतिपूर्ति के लिए सिविल कोर्ट में याचिका दायर की।
कोर्ट में दायर प्रार्थनापत्र में सुधीर विंडलास ने बताया कि उन्होंने 07 अप्रैल 2005 को गोपाल गोयनका से खसरा नंबर 436 कुल क्षेत्रफल 1.244 हेक्टेयर ग्राम जौहड़ी में जमीन खरीदी। इस संपत्ति में उनके अलावा उसके अन्य सह-हिस्सेदार भी थे।
जमीन 1.5 करोड़ रुपये में खरीदी गई। बताया कि जमीन खरीदने के बाद उनके भाई और भतीजे के बीच पारिवारिक समझौते के आधार पर पूरी संपत्ति उनके हिस्से में आ गई है। कुछ समय बाद कर्नल दानू की शिकायत पर एसआइटी गठित की गई, जिसमें पता चला कि गोयनका ने एक व्यक्ति के साथ मिलकर धोखाधड़ी से राजस्व रिकार्ड में छेड़छाड़ की है और अपनी स्वामित्व वाली भूमि जोकि 0.244 हेक्टेयर थी, उसे बदलकर 1.244 हेक्टेयर कर दिया।
जबकि गोयनका केवल 0.244 हेक्टेयर का मालिक था। आरोपित ने धोखाधड़ी से उन्हें 1.244 हेक्टेयर जमीन बेच दी। ऐसे में उन्हें अपनी रकम वापस लेने के लिए कोर्ट में धन वसूली व क्षतिपूर्ति के लिए वाद दायर करना पड़ा। इस मामले में उन्होंने गोयनका के अधिवक्ता के माध्यम से दो कानूनी नोटिस भी भिजवाए, जिन्हें 'उपलब्ध नहीं' की टिप्पणी के साथ वापस कर दिया गया।
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