पर्यटन मंत्री महाराज ने मांगा चीनी कंपनियों का ब्योरा
गलवन घाटी में 20 भारतीय सैनिकों के बलिदान के बाद चीन को सबक सिखाने के लिए जहां एक ओर केंद्र सरकार राजनीतिक कूटनीतिक और आर्थिक रूप से उसे घेरने में लगी है वहीं उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज भी चीन को लेकर मुखर हुए हैं।
राज्य ब्यूरो, देहरादून
गलवन घाटी में 20 भारतीय सैनिकों के बलिदान के बाद चीन को सबक सिखाने के लिए जहां एक ओर केंद्र सरकार राजनीतिक, कूटनीतिक और आर्थिक रूप से उसे घेरने में लगी है, वहीं उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज भी चीन को लेकर मुखर हुए हैं। उन्होंने राज्य में पर्यटन क्षेत्र में चल रहे ऐसे सभी कायरें की जानकारी सचिव पर्यटन से मागी है, जिनका करार चीनी कंपनियों से हुआ है।
कोरोना को मात देने के बाद बुधवार को मीडिया से अनौपचारिक रूप से रूबरू हुए पर्यटन मंत्री महाराज ने कहा कि चीन जैसे देश पर विश्वास नहीं किया जा सकता। उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा 59 चीनी एप बंद करने के फैसले की भी सराहना की। महाराज के अनुसार उन्होंने सचिव पर्यटन को निर्देश दिए हैं कि राज्य में पर्यटन के तहत जितने भी कार्यो का करार चीनी कंपनियों से हुआ है, उसका ब्योरा प्रस्तुत किया जाए। फिर इसकी समीक्षा कर केंद्र को अवगत कराया जाएगा।
एक सवाल पर महाराज ने कहा कि सरकार ने राज्य के निवासियों के लिए चारधाम यात्रा खोलकर सरकार ने एक बड़ी पहल की है। यह ठीक है कि इससे बड़े राजस्व की उम्मीद नहीं है, लेकिन यह पहल मनोबल बढ़ाने वाली है। धीरे-धीरे स्थितियां सामान्य होंगी तो राज्य के बाहर के लोगों को भी यात्रा की इजाजत देने पर विचार किया जाएगा।