जब विधायक ही मैदानी क्षेत्रों में आ रहे तो कैसे रुकेगा पलायन: मोहम्मद शहजाद
रजत जयंती वर्ष पर चल रहे विधानसभा के विशेष सत्र के दूसरे दिन बसपा विधायक शहजाद ने विधानसभा में पलायन का मुद्दा उठाया और कहा कि जब विधायक ही मैदान में आ रहे हैं तो पलायन कैसे रुकेगा। बसपा विधायक ने कहा कि केदारनाथ की विधायक का आवास जोगीवाला में है।

उत्तराखंड विधानसभा में चर्चा में हिस्सा लेते लक्सर विधानसभा क्षेत्र से बसपा विधायक मोहम्मद शहजाद।
राज्य ब्यूरो, जागरण देहरादून: प्रदेश में लगातार पलायन की बात हो रही है। इस सत्र में इस पर अभी तक ठोस चर्चा नहीं हुई। जब प्रदेश के मंत्री व विधायक ही पहाड़ से उतर कर मैदान में आ रहे हैं तो पलायन कैसे रूकेगा।
मंगलवार को राज्य स्थापना दिवस की रजत जयंती वर्ष पर चल रहे विशेष सत्र के दूसरे दिन बसपा विधायक मोहम्मद शहजाद ने चर्चा में हिस्सा लेते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पलायन और मैदानी व पहाड़ी को लेकर चर्चा हो रही है।
राज्य गठन के शुरुआती दौर में कुछ राजनीतिक दल हरिद्वार को इसमें शामिल नहीं करना चाहते थे। इसका उन्हें शुरुआत में राजनीतिक लाभ भी मिला, लेकिन इसके बाद हरिद्वार ने कई पर्वतीय मूल के नेताओं को जिताया है।
साफ है कि हरिद्वार के दिल में मैदानी व पहाड़ी जैसी कोई बात नहीं है। हरिद्वार में लंबे समय से पीसीएस और पीपीएस नहीं निकल रहे हैं। इसका एक कारण मूल निवास प्रमाण पत्र का न मिल पाना भी है।
पलायन की बात हो रही है लेकिन पहाड़ों में उद्योग नहीं चढ़ पा रहे हैं। वहां के स्थानीय निवासियों को रोजगार देने के लिए कोई ठोस कार्ययोजना नहीं बन पा रही है। शिक्षा महंगी हो गई है।
स्थिति यह है कि कई कालेजों में तो सरकारी कोटे से सीट निकालने और सीधे एडमिशन की फीस में मात्र कुछ हजार का ही अंतर रह गया है। सरकार ने मदरसा बोर्ड भंग कर दिया है।
अब जो शिक्षा परिषद बन रही है। बेहतर होता कि मुस्लिम समुदाय की बात सुनने के लिए किसी विधायक को
भी शामिल किया गया होता।
केदारनाथ विधायक जोगीवाला में करा रही हैं विवाह
वहीं वह पारिवारिक विवाह करा रही हैं। इस पर विधायक केदारनाथ आशा नौटियाल ने कहा कि वह केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र में ही रहती हैं। यहां केवल वैवाहिक समारोह का आयोजन किया जा रहा है।
किसी स्टेडियम का नाम नहीं बदला, केवल परिसर का नामकरण: आर्या
खेल मंत्री रेखा आर्या ने स्पष्ट किया है कि सरकार ने किसी भी स्टेडियम का नाम नहीं बदला है। केवल परिसर का नाम बदला गया है। विपक्ष जो लगातार स्टेडियम का नाम बदलने की बात कह रहा है, वह गलत है।
टिहरी विस्थापितों को वापस भेजने की बात पर भड़के किशोर
सदन में पहाड़ी व मैदानी की बात कहते हुए विधायक शहजाद ने कहा कि हरिद्वार में टिहरी विस्थापितों को बसाया गया है। यदि ऐसा ही है तो उन्हें वापस भेज दिया जाए। इस पर टिहरी विधायक किशोर उपाध्याय भड़क गए, उन्होंने कहा कि यदि टिहरी डैम का पानी खोल दिया जाए तो फिर हालत समझे जा सकते हैं।

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