इंटरनेट मीडिया पर सक्रिय रहकर ली पुलिस से दुश्मनी, एसपी को दी धमकी; आखिर में खुद ले ली जान
जींद का सुनार सुनील कुमार सोशल मीडिया पर 150 अकाउंट बनाकर ब्लैकमेल करता था। उस पर साइबर धोखाधड़ी के आरोप भी थे। जींद के पूर्व एसपी पर यौन शोषण के आरोप में भी उसका नाम आया था। हरिद्वार में दारोगा को गोली मारने के बाद वह देहरादून में पकड़ा गया पुलिस सर्विलांस के माध्यम से उस तक पहुंची।

जागरण संवाददाता, देहरादून। पेशे से सुनार का काम करने वाले जींद निवासी सुनील कुमार इंटरनेट मीडिया पर इतना सक्रिय था कि उसने अपने 150 अलग-अलग अकाउंट बनाए हुए थे। इन अकाउंट के माध्यम से वह झूठी शिकायत या वीडियो प्रसारित करके ब्लैकमेल करने का काम करता था। इसी दौरान उस पर साइबर धोखाधड़ी के आरोप भी लगे।
इसी बीच एसपी जींद के पूर्व एसपी व आइपीएस अधिकारी सुमित कुमार पर यौन शोषण के आरोप लगे, जिसके बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। प्रकरण की जांच आइपीएस अधिकारियों व महिला आयोग सौंपी गई। इस प्रकरण में भी सुनील कुमार का नाम सामने आया था। इस मामले में एसपी को क्लीनचिट मिली।
हरियाणा पुलिस के अनुसार सुनील कुमार कई पुलिस कर्मियों के विरुद्ध भी झूठी शिकायतें दर्ज करवाकर उनके विरुद्ध कार्रवाई करवा चुका था। ऐसे में धीरे-धीरे उसकी पुलिस से दुश्मनी बढ़ती गई। सुनील अविवाहित था जबकि घर पर उसका एक बड़ा भाई जोकि अधिवक्ता हैं जबकि एक बहन है। उनकी पिता की भी कुछ समय पूर्व ही मृत्यु हुई थी।
सुनील कुमार के देहरादून के कांवली रोड पर नजदीकी रिश्तेदार रहते हैं, ऐसे में वह बचपन से ही देहरादून आता जाता रहता था। शनिवार को हरिद्वार में दारोगा को गोली मारने के बाद बदमाश सुनील कुमार रात भर अलग-अलग वाहनों से चलते हुए सुबह करीब छह बजे देहरादून अपने मौसेरे भाई जितेंद्र के घर पहुंचा। उसने उन्हें घटना के बारे में बताया तो जितेंद्र ने अपनी सास के घर के कमरे में उसे रुकवा दिया और बाहर से ताला लगा दिया।
सर्विलांस से बदमाश तक पहुंची पुलिस टीम
हरिद्वार में दारोगा को गोली मारने के बाद फरार हुए सुनील कुमार व उसके सभी रिश्तेदारों के फोन हरियाणा व हरिद्वार पुलिस ने सर्विलांस पर लगाए हुए थे। रविवार तड़के जब सुनील कुमार देहरादून अपने मौसेरे भाई के घर पहुंचा तो पुलिस को इसकी भनक लग गई और हरियाणा की क्राइम ब्रांच, हरिद्वार व देहरादून पुलिस ने संयुक्त आपरेशन शुरू कर दिया। पुलिस पहले जीतेंद्र के घर पहुंची और उनकाे साथ लेकर जहां बदमाश ठहरा हुआ था, वहां का दरवाजा खुलवाया।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।